कोझिकोड। साल 2024 में केरल राज्य में निपाह वायरस के संक्रमण के मामले में पहली मौत दर्ज की गई है। यहां 14 साल के एक किशोर ने रविवार को दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि मृतक के छह दोस्त और एक बुजुर्ग भी संपर्क में थे।
निपाह वायरस से हुई मौत का यह मामला केरल के मलप्पुरम की है। केरल के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को महामारी के लिए स्थापित केंद्र पांडिक्कड़ समेत दो पंचायत में जांच चली। कुल 307 घरों सर्वे भी किया गया। जांच में बुखार के 18 मामले सामने आए, जबकि अनक्कयम पंचायत में 310 घरों में किए गए सर्वेक्षण के दौरान बुखार के 10 मामले सामने आए हैं। केरल की हेल्थ मिनिस्टर वीना जॉर्ज ने कहा कि इस जांच सर्वे से कोई भी व्यक्ति उक्त मृतक के सीधे संपर्क में नहीं था। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को मलप्पुरम में निपाह से जान गंवाने वाले 14 वर्षीय लड़के की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि किशोर को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए गए।
मृत किशोर का इलाज कोझिकोड में किया जा रहा था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने जानकारी दी कि मृतक के छह दोस्तों और 68 वर्षीय एक व्यक्ति में निपाह संक्रमण की जांच की गई और अच्छी बात यह रही कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव है। यह निपाह वायरस से मौत का केरल में इस साल का पहला मामला है।
मिनिस्टर जॉर्ज ने बताया, “मृतक के छह दोस्त सीधे उसके संपर्क में थे, लेकिन 68 वर्षीय व्यक्ति नहीं था। बुजुर्ग व्यक्ति में संक्रमण की जांच इसलिए की गई क्योंकि उसे बुखार था।” उन्होंने बताया कि किशोर के सीधे संपर्क में 330 लोग आए थे, जिनमें से 68 स्वास्थ्य कर्मी हैं। लड़के के सीधे संपर्क में आए लोगों में से 101 उच्च जोखिम वाली श्रेणी में हैं, जिनमें से सात को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक किशोर के परिवार के किसी भी सदस्य में निपाह संक्रमण का कोई लक्षण नजर नहीं आया।
प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं कि जिले में सोमवार को 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए सीट आवंटन में प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को मलप्पुरम में निपाह से जान गंवाने वाले 14 वर्षीय लड़के की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। विजयन ने कहा कि किशोर को बचाने के लिए सभी प्रयास किए गए।