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उत्तर प्रदेश

फूड प्वाइजिनिंग : दिन का बना छोला रात में खाने से 80 छात्रों की बिगड़ी तबीयत, मचा हड़कंप

देवरिया। बरियारपुर क्षेत्र के मेहरौना में संचालित पंडित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज के करीब 80 छात्र फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए हैं। एक साथ इतने बच्चों की तबीयत खराब होने से स्कूल में हड़कंप मच गया। सूचना पर क्षेत्रीय विधायक, सीओ, सीएमओ खुद मेडिकल टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। लगभग दो दर्जन बच्चों की हालत गंभीर देख उन्हें एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजवाया गया। वहीं, अन्य को स्कूल में ही दवा दी जा रही थी, जहां उनका इलाज चल रहा है। उन्हें भी एबुंलेंस मेडिकल कॉलेज की तैयारी की जा रही थी।

राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज मेहरौना में कुल 326 छात्र नामांकित हैं। यहां कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई होती है। रविवार की रात से खाना खाने के बाद कुछ बच्चों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द, चक्कर व कंपकंपी की शिकायत मिली। इसके बाद स्कूल प्रबंधन कुछ दवा देते हुए उन्हें आराम करने की सलाह दी और सुबह दिखाने की बात कहते हुए सो जाने को कहा। इधर, सोमवार की सुबह बच्चे पेट दर्द, उल्टी और कुछ चक्कर आने की शिकायत करने लगे। । लगभग पांच दर्जन से अधिक बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। इससे हड़कंप मच गया। देखते ही देखते दोपहर तक इनकी संख्या 80 के करीब पहुंच गई। प्रधानाचार्य सूर्यकांत राय ने इसकी जानकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी जैसवार लाल बहादुर को दी।

समाज कल्याण अधिकारी ने मामले से सीएमओ को अवगत कराया। जानकारी मिलते ही सीएमओ मेडिकल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इधर सूचना पर विधायक सुरेंद्र चौरसिया, सीओ दीपक शुक्ला, एसओ बरियारपुर डॉ महेंद्र कुमार भी दलबल के साथ मौके पर पहुंच बच्चों को उपचार मुहैया कराने में जुटे रहे। दोपहर तक लगभग दो दर्जन बच्चों को मेडिकल कॉलेज भिजवाया गया। वहीं, अन्य बच्चों की भी हालत गंभीर देख मेडिकल भिजवाने की तैयारी की जा रही थी। सूचना पर एसडीएम विपिन कुमार द्विवेदी, फूड इंस्पेक्टर भी दलबल के साथ पहुंच गए।

फूड इंस्पेक्टर ने कहा कि फूड प्वाइजनिंग का शिकार अधिकांश बच्चे हुए हैं। । कुछ वायरल का भी शिकार हैं। बच्चों में पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की थी। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर जांच किया सभी बच्चों की तबीयत ठीक है।

फूड प्वाइजिनिंग के शिकार बच्चों से पूछताछ की गई तो बच्चों ने बताया कि रात में पूड़ी व छोला खाए थे। दिन में बने छोला को रात में पूड़ी के संग खिलाया गया। बच्चों ने कहा कि छोला खाने के बाद से तबीयत बिगड़ने लगी। एक-एक कर बच्चे रात से बीमार पड़ने लगे। सुबह होते-होते इनकी संख्या में इजाफा हो गया। इधर, फूड प्वाइजिनिंग का मामला आने के बाद विद्यालय प्रशासन में खलबली मची हुई है।