मुंबई। आरपीएफ जवान की सतर्कता से एक हत्याकांड का खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक दो युवक मुंबई के दादर स्टेशन से कोंकण जाने के लिए तुतारी एक्सप्रेस पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनके पास रखा बड़ा सूटकेस वे उठा नहीं सके। सूटकेस उठाने में दोनों को पसीना आ रहा था। साथ ही सूटकेस के पहिए पर भी खून की बूंदें देखी गईं। दोनों युवकों का आचरण संदिग्ध देख आरपीएफ जवान को संदेह हुआ। फिर उसने बैग खोला तो उसके होश उड़ गए। बैग में एक युवक का शव मिला। जैसे ही आरपीएफ जवान ने बैग खोला तो दोनों में से एक आरोपी वहां से भाग गया, जबकि दूसरा भागने ही वाला था कि उसे हिरासत में ले लिया गया।
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपी मूकबधिर और दिव्यांग हैं। पता चला है कि उसने पायधुनी में अपने दोस्त अरशद खान की हत्या कर दी और शव को बैग में डाल दिया। इसके बाद वे शव को ठिकाने लगाने के लिए तुतारी एक्सप्रेस से ले जा रहे थे। उनकी योजना यात्रा के दौरान इस बैग को पुल के ऊपर धकेलने की थी, लेकिन आरपीएफ जवान की सतर्कता से यह योजना विफल हो गई।
सोमवार सुबह दादर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 11 पर एक अज्ञात व्यक्ति एक बड़ा ट्रॉली बैग ले जा रहा था। गश्त पर निकले रेलवे सुरक्षा बल के जवान संतोष कुमार यादव को उस पर संदेह हुआ और उन्होंने उस व्यक्ति को रोका और उसके बैग की जांच की, जहां उन्हें खून से लथपथ शव मिला। जांच में पता चला कि शव अरशद अली सादिक अली शेख (30) का है जो सांताक्रूज के कलिना इलाके का रहने वाला है। दादर रेलवे पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और शव ले जा रहे जय प्रवीण चावड़ा को हिरासत में ले लिया है।
जांच में पता चला कि शिवजीत कुमार सिंह ने अपने दोस्त जय प्रवीण चावड़ा की मदद से ऐसा किया, जिसके बाद पुलिस ने सिंह के बारे में जानकारी ली और उसे उल्हासनगर से गिरफ्तार कर लिया। वारदात में इस्तेमाल हथियार भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, रात में मामूली बात पर अरशद से दोनों की बहस हो गई। गुस्से में आकर दोनों ने अरशद पर हथौड़े से वार कर दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। शव को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने शव को एक बैग में डाला। योजना बनाई गई थी कि जब तुतारी एक्सप्रेस पुल से गुजरेगी, तब उसे नीचे फेंक दिया जाएगा।