बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के शाही-शीशगढ़ इलाके में बीते कुछ महीनों में सात महिलाओं की गला दबाकर हत्या कर दी गई। इन सभी हत्या में एक जैसी कहानी से साइको किलर की थ्योरी ने तूल पकड़ा है। पुलिस ने मामले की छानबीन करते हुए तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए हैं। इस केस की जिम्मेदारी सीओ मीरगंज नरेश सिंह को सौंपी गई है।
विगत दो जुलाई को शाही के हौजपुर गांव निवासी अनीता देवी की गला कसकर हत्या कर दी गई थी। एक माह से अधिक का वक्त बीत गया लेकिन, पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। पुलिस ने एक-एक कर कई संदिग्धों को उठाया। पूछताछ की लेकिन, कहानी आगे नहीं बढ़ी। अब तीन संदिग्धों के हुलिये के आधार पर स्केच जारी किए गए हैं। एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने बताया कि पहचान करने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
बीते साल से अब तक हुई हत्याएं
05 जून : शाही के गांव परतापुर निवासी कलावती का शव जंगल में पड़ा मिला।
9 जून : शाही रोड के किनारे गन्ने के खेत में कुल्छा गांव की धानवती का शव मिला।
30 जून : शाही के गांव आनंदपुर निवासी प्रेमवती की गन्ने के खेत में गला दबाकर हत्या की गई।
22 जुलाई : शाही के गांव खजुरिया निवासी कुसमा की गला दबाकर हत्या की गई।
23 अगस्त : शाही के गांव सेवा ज्वालापुर निवासी वीरावती की गला दबाकर हत्या की गई।
31 अक्तूबर : शीशगढ़ के गांव लखीमपुर में बुजुर्ग महमूदन की गन्ने की खेत में हत्या की गई।
20 नवंबर : शाही के गांव खरसैनी निवासी बुजुर्ग दुलारो देवी की गला दबाकर हत्या की गई।
26 नवंबर : शीशगढ़ के गांव जगदीशपुर निवासी उर्मिला देवी की साड़ी से गला घोंटकर हत्या की गई।
नरेश सिंह को मीरगंज की जिम्मेदारी
नरेश सिंह को सीओ मीरगंज की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीते दिनों भ्रष्टाचार के मामले में सीओ डा. दीपशिखा अहिबरन सिंह से एसएसपी ने सर्किल का प्रभार छीन कार्यालय से अटैच कर दिया था। सीओ बहेड़ी अरुण कुमार सिंह को मीरगंज सर्किल का अतिरिक्त प्रभार दिया था। तैनाती मिलने के बाद नरेश सिंह मंगलवार को बरेली पहुंचे, जिसके बाद एसएसपी ने उन्हें मीरगंज सर्किल की कमान दे दी। बीते काफी समय से चर्चित मीरगंज सर्किल की साख सुधारना नवागत सीओ के लिए बड़ा टास्क है।