तुमान। विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के विभिन्न पंचायतों में राशि स्वीकृत होने के बाद भी कई कार्य अधर में लटके हुए हैं। इसका जीता जागता उदाहरण ग्राम पंचायत पोड़ीगोसाई में सामने आया है। यहां विद्यालय भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया, लेकिन इसे बीच में अधूरा छोड़ दिया गया है। बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य शुरू हुए 5 वर्ष हो चुका है, लेकिन कार्य लंबे समय से बंद पड़ा हुआ है।
पंचायत के एक अधूरे स्कूल भवन की तस्वीर से साफ है कि निर्माण कार्य की राशि जारी हुई थी, लेकिन कितनी राशि जारी हुई और कार्य अब तक पूर्ण किस वजह से नहीं हुआ, यह जांच का विषय है। पंचायत में स्कूल भवन, आंगनवाड़ी भवन, सीसी रोड, सामुदायिक भवन की स्थिति का आंकलन करने के साथ निर्माण कार्य की लागत राशि और संबंधित एजेंसी भी जांच के दायरे में आनी चाहिए, ताकि पंचायत में रहने वाले ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके। योजनाओं की राशि किश्तों में जारी होती है। ऐसे में संबंधित एजेंसी दूसरी किश्त जारी नहीं होने का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेती है और इस तरह कार्य लंबे समय तक अधर में लटका रहता है।
उच्च अधिकारी को तत्काल एक समिति बनाकर सभी ग्राम पंचायतों की समीक्षा की जानी चाहिए, ताकि ग्राम पंचायतों के प्रत्येक अधूरे कार्य की जानकारी शासन को मिल सके। निर्माण कार्य किस कारण से अधूरा पड़ा हुआ है, क्या पंचायत को शासन से राशि नहीं मिली है या फिर राशि आहरण कर काम नहीं किया जा रहा है। यह सभी जांच का विषय है।
विभाग के अधिकारी तत्काल समिति बनाकर प्रत्येक पंचायत का निरीक्षण करें, तो योजनाओं की राशि और अधूरे कार्य के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकता है। इसी तरह कई ग्राम पंचायतों में स्कूल भवन का कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जर्जर भवन पर शिक्षक क्लास लगा रहे हैं। अब देखना यह है कि उच्च अधिकारियों का ध्यान ग्राम पंचायत की ओर जाता है या फिर कार्य इसी तरह अधर में लटके रहेंगे।