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बिलासपुर

खुद को बताया सीबीआई अफसर, फिर महिला डॉक्टर को लगाया 62 लाख का चूना

बिलासपुर। ऑनलाइन ठगी का एक नया और हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला डॉक्टर को ठगों ने 62 लाख रुपये का चूना लगाया है। ठगों ने डॉक्टर को यह झांसा दिया कि उनके नाम से दुबई से आया एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें ड्रग्स पाए गए हैं। ठगों ने खुद को CBI अधिकारी बताकर डॉक्टर को डराया और उन्हें विश्वास दिलाया कि अगर उन्होंने तुरंत पैसे ट्रांसफर नहीं किए, तो उन्हें गंभीर कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

इस डर और दबाव में आकर डॉक्टर ने ऑनलाइन माध्यम से आरोपियों के बताए खाते में 62 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने शातिराना अंदाज में डॉक्टर को चूना लगाया है। डॉक्टर को ठगी का जरा भी एहसास नहीं हुआ। उन्होंने कई बार फोन कॉल्स और मैसेज के जरिए डॉक्टर को लगातार संपर्क में रखा और फर्जी सरकारी दस्तावेज और आईडी का इस्तेमाल करके खुद को CBI अधिकारी के रूप में बताया।

घटना के सामने आने के बाद डॉक्टर ने तुरंत इसकी शिकायत रेंज साइबर पुलिस से की, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साइबर पुलिस टीम अब आरोपियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए विभिन्न सुरागों पर काम कर रही है।

अज्ञात नंबर से आया था फ़ोन – बता दें, लिंक रोड मित्र विहार कॉलोनी की निवासी बिषाखा डे, जो कि सक्ति जिले के हसौद में एक निजी अस्पताल में डॉक्टर हैं, को 12 सितंबर को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया। उस व्यक्ति ने खुद को मुंबई पार्सल ऑफिस का कर्मचारी बताते हुए कहा कि एक पार्सल, जो मुंबई से दुबई के लिए भेजा गया था, उसे कैंसिल कर दिया गया है। उसने बताया कि उस पार्सल में पुलिस की वर्दी, एटीएम कार्ड और ‘कीटामिन’ नामक ड्रग्स पाए गए हैं, जिसे मुंबई कस्टम डिपार्टमेंट ने जब्त कर लिया है। अज्ञात व्यक्ति ने यह भी कहा कि इस पार्सल पर डॉ. डे का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और पता दर्ज है। जब डॉ. डे ने पार्सल के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही, तो उस व्यक्ति ने बताया कि मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है।

इसके बाद, डॉ. डे को सीबीआई अधिकारी बनकर फोन आया, जिसमें सामान और बैंक खाते की जांच करने की बात की गई। उन्हें कहा गया कि एकाउंट में जमा राशि को बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दें, जो बाद में दो घंटे में वापस कर दी जाएगी। डर के कारण डॉ. डे ने 61 लाख 93 हजार 720 रुपए ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब दो घंटे बाद पैसा वापस नहीं आया और कॉल करने पर मोबाइल बंद मिला, तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।