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बिहार

ED की बड़ी कार्रवाई : लालू यादव के करीबी पूर्व राजद MLA की 19.32 करोड़ की संपत्ति जब्त

पटना।   प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लालू प्रसाद यादव के करीबी राजद के पूर्व विधायक अरुण यादव से जुड़ी 19 करोड़ 32 लाख की संपत्ति जब्त कर ली है।  इसमें आरा के अगिआंव स्थित उनकी हवेली और पटना में कई फ्लैट्स शामिल हैं। इसके अलावा, उनके बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है।

ईडी ने इस कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर दी। ईडी द्वारा किए गए इस कदम से बिहार की राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है, क्योंकि अरुण यादव को लालू यादव का बेहद करीबी माना जाता है। फिलहाल, अरुण यादव की पत्नी किरण देवी संदेश विधानसभा से आरजेडी की विधायक हैं।

ईडी ने अपने बयान में बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरुण यादव की आरा के अगिआंव स्थित आलीशान हवेली, पटना में कई अचल संपत्तियों और बैंक खातों को कुर्क किया गया है। यह कार्रवाई लंबे समय से चल रहे एक जांच के सिलसिले में की गई है। इससे पहले, जनवरी 2024 में ईडी ने अरुण यादव के अगिआंव स्थित आवास और पटना के फ्लैट्स पर छापामारी कर कई अहम दस्तावेजों को जब्त किया था। इस कार्रवाई के दौरान ईडी को उनके पास मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित कई सबूत मिले थे, जिसके आधार पर अब यह संपत्ति कुर्क की गई है। बताया जा रहा है कि अरुण यादव ने अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग कर अवैध तरीके से संपत्ति जुटाई थी, जिसकी कुल कीमत 19.32 करोड़ रुपये है।

अरुण यादव ने किया आरोपों का खंडन
इस मामले में पूर्व विधायक अरुण यादव ने एक वीडियो जारी करते हुए ईडी की कार्रवाई को भ्रामक बताया और मीडिया में चल रही खबरों को भी गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ की जा रही यह कार्रवाई राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। अरुण यादव ने कहा कि उनके पास कोई भी अवैध संपत्ति नहीं है और ईडी के आरोप निराधार हैं। उन्होंने इसे राजनैतिक द्वेष की वजह से किया गया कदम बताया।

राजनीतिक हलकों में हलचल
ईडी की इस कार्रवाई के बाद बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। राजद के अन्य नेताओं ने इसे सरकार की ओर से विपक्ष को दबाने की कोशिश बताया है। वहीं, भाजपा ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी जीत करार दिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करेगी।