औरंगाबाद। रांची से औरंगाबाद आ रही यात्री बस नैनसी जय मां टू स्टार में एक ही सीट पर बैठे दो यात्री में से एक की मौत हो गई, लेकिन सहयात्री को इसकी भनक भी नहीं लगी।
उसी सीट पर बैठे शख्स का नाम महेंद्र है, जिसने शव के साथ करीब 120 किमी का सफर तय किया, परंतु उसे पता ही नहीं चला कि पास बैठा रितेश कुमार शर्मा अब नहीं रहा। रितेश ने आंख बंद कर रखी थी, जिस कारण महेंद्र को लगा कि वह सो रहा है। दोनों ने औरंगाबाद से 120 किमी पहले लाइन होटल पर उतरकर खाना खाया था। खाना खाने के बाद दोनों वापस बस में बैठे गए। जब बस औरंगाबाद शहर में बाइपास बस स्टैंड पहुंची और सभी यात्री उतर गए और रितेश सीट पर पड़ा रहा। बस के कर्मियों ने उसे देखा और हिलाया-डुलाया, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। तब तक बस कर्मियों को नहीं लगा कि मौत हो चुकी है, जब आंख देखी तो पता चला कि उसकी मौत हो गई है। बस के कर्मी रितेश को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। सूचना पर नगर थाना पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।
ऐसे हुई मृत युवक की पहचान बस में रितेश के बैग से विद्यालय का परित्याग प्रमाण पत्र से उसकी पहचान हुई। 31 वर्षीय रितेश जम्होर थाना क्षेत्र के मोरडिहरी गांव का निवासी था। बैग में मिले आधार कार्ड पर पता क्रैडो अपार्टमेंट जुहू सर्च रोड मुंबई है। इससे पता चला कि वह मुंबई में रहकर नौकरी करता था। नगर थाना में दारोगा आरती कुमारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। बैग में जम्होर थाना क्षेत्र के मोरडिहरी विद्यालय के प्रमाण पत्र के आधार पर स्वजन को जम्होर थाना पुलिस के माध्यम से सूचना दी गई है। स्वजन के आने के बाद पूरे मामले की जानकारी मिलेगी। बताया कि मौत का कारण भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। —
