मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर के बेला इलाके के मोबाइल दुकानदार श्रीकृष्ण नगर निवासी राम प्रसाद को वॉट्सऐप से कॉल कर बेउर जेल में बंद सजायाप्ता पटना के सिकेंद्र राय ने दो लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। यह रंगदारी की मांग पटना सिटी के चौक थाना की अनीता देवी के मोबाइल से की गई थी। पुलिस की विशेष टीम ने उसकी प्रेमिका अनीता देवी को गिरफ्तार कर लिया है। इसकी जानकारी सहायक पुलिस अधीक्षक (नगर) अवधेश सरोज दीक्षित ने दी।
सिकेंद्र राय पटना का कुख्यात शूटर है। उसने 2014-15 में पटना में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया था। वह बेउर जेल में सजा भुगत रहा है। उसके विरुद्ध पटना में कई मामले दर्ज है। उसने जिले के पहले के एक कुख्यात गिरोह के नाम पर मोबाइल कारोबारी से सहित 40 अन्य से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी की राशि ऑनलाइन गूगल व पे-फोन से अनीता के बैंक खाता में ट्रांसफर कराया जा रहा था। सिकेंद्र के जेल से कोर्ट जाने पर महिला भी वहां मौजूद रहती थी।
महिला अपने खाता से रुपये निकासी कर उसे देती थी। रंगदारी नहीं देने पर हत्या की धमकी से डरकर मोबाइल कारोबारी ने भी अनीता के खाते में 25 हजार रुपया ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया था।
दस वर्षों से अनीता व सिकेंद्र का प्रेम संबंध
दस साल पहले सिकेंद्र के गांव में मजदूरी करने जाता था, वहीं दोनों की मुलाकात हुई। इस मुलाकात से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी। बाद में अनीता पटना सिटी में चाय की दुकान चलाने लगी। यहां भी नजदीकियां कायम रही। यह नजदीकियां प्रेम संबंध में बदल गई।
पुलिस की पूछताछ में अनीता ने बताया कि सिकेंद्र हाजीपुर में जमीन खरीदकर घर बनवाकर शिफ्ट कराने का लालच दिया था। इसी लालच में आकर वह रंगदारी का रुपया अपने खाता में मंगवाती थी। इसे बाद में निकासी कर सिकेंद्र को दे देती थी।
सिकेंद्र को रिमांड पर लेगी पुलिस
सहायक पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि मोबाइल कारोबारी की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इसकी जांच के लिए जिला आसूचना इकाई के प्रभारी लालकिशोर गुप्ता व नगर थाना के अपर थानाध्यक्ष राजकुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
इस टीम ने तकनीकी व मानवीय सूचना के आधार पर इस मामले का उद्भेदन कर दिया। इस घटना में अनीता देवी की संलिप्तता को देखते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं बेउर जेल में बंद सिकेंद्र राय को इस मामले में रिमांड पर लिया जाएगा।
यह है मामला
14 जनवरी की दोपहर मोबाइल कारोबारी रामप्रसाद के वाट्सऐप पर कॉल कर दो लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। रंगदारी नहीं देने पर उसकी हत्या की धमकी दी गई। उसे एक मोबाइल नंबर दिया गया, जिस पर ऑनलाइन पेमेंट करने का निर्देश दिया गया।
उसने नंबर ब्लॉक कर दिया व रुपये ट्रांसफर नहीं किया। तब दूसरे नंबर से कॉल कर उसे कॉल कर धमकी दी गई कि उसकी दुकान व घर के आगे उसका आदमी खड़ा है। रुपया नहीं दोगे तो उसे व उसके स्वजन की हत्या कर देंगे।