अररिया। दिल्ली और हरियाणा में शादी के लिए लड़क़ी नहीं मिलने पर दूल्हा बनने बिहार पहुंचे अधेड़ को लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि, पुलिस ने लड़क़ी के माता-पिता की मर्जी से शादी होने की बात कहते हुए दूल्हा और उसके जीजा को पीआर बांड पर छोड़ दिया।
दरअसल, हरियाणा के महेंद्रगढ़ से दो लोग बिहार के अररिया जिला के सिकटी प्रखंड के पररिया गांव में शादी करने के लिए पहुंचे थे। करीब 10 दिनों से वे परडिय़ा के ग्रामीणों के साथ शादी के लिए लड़क़ी ढूंढ रहे थे। काफी खोजबीन के बाद सिकटी थाना क्षेत्र के मुरारीपुर में लडक़ी के पिता से शादी की बातचीत की। शादी के खर्च के लिए लड़क़ी के पिता को 15 हजार रुपये देने पर सहमति बनी। शादी की सारी तैयारी की गई। हल्दी-मेहंदी भी लगी, सारी रस्में लड़क़ी के घर पर ही की गई। सिंदूरदान की बारी आने पर लड़क़ी की मां ने सुंदरनाथ धाम में सिंदूरदान करने की बात कही, तो सभी तैयार हो गए। इसके बाद मंगलवार की संध्या लड़क़ी और परिवार वाले अधेड़ दूल्हा राजीव गुप्ता, उसके जीजा सुनील अग्रवाल और कुछ स्थानीय लोगों के साथ शादी कराने कुर्साकांटा प्रखंड के सुंदरनाथ धाम मंदिर पहुंचे। मंदिर कमेटी ने दोनों पक्षों से पहचान पत्र मांगा। पहचान पत्र दिया भी गया, लेकिन जब दो गवाहों को देने की बात कही तो स्थानीय लोग सुंदर नाथ धाम मंदिर से चले गए। इसके बाद धीरे-धीरे दूल्हे के साथ आए लोग भी घर चले गए। शंका के आधार पर मंदिर कमेटी ने दूल्हा एवं उसके जीजा को पुलिस को सौंप दिया। इधर, कुआड़ी थानाध्यक्ष रोशन कुमार सिंह ने बताया कि लड़क़ा और उनके जीजा को पूछताछ के लिए थाना लाया गया।
पूछताछ से पता चला कि लड़क़ी के माता-पिता अपनी मर्जी से शादी कर रहे हैं। इसमें दोनों पक्षो की सहमति शामिल थी। कई स्तर से इसकी जांच की गई। अंततः पीआर बॉन्ड बनाकर दोनों को छोड़ दिया गया। इधर, लडक़े का जीजा सुनील अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा-दिल्ली में लड़क़ी की कमी होने के कारण लड़क़ों की शादी समय पर नहीं हो पाती है। परडिया गांव के कुछ मजदूर हमारे यहां काम करते थे तो मैंने उनसे कहा था कि बिहार में लड़क़ी मिल जाती है तो मैं अपने साले की शादी कराऊंगा, इसलिए यहां आया था।