चैनपुर। साग काटने गई छात्रा की लाठी-डंडे से पीट कर हत्या कर दी गई है। मामला कैमूर जिले का है। घटना के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए। बुधवार की रात दो बजे तक लोगों के द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया गया। काफी समझाने के बाद मृत छात्रा के स्वजन माने। ग्रामीण आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
कैमूर जिले में चैनपुर थाना क्षेत्र के हाटा नगर पंचायत के गंवई निवासी वर्ग आठ में पढ़ने वाली एक छात्रा बुधवार की शाम दूसरे के खेत में साग काटने गई थी। जिसकी खेत के मालिक पिता और पुत्र द्वारा पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई। घटना के बाद ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गए।
बताया जा रहा है कि बुधवार की रात दो बजे तक लोगों के द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया गया। काफी समझाने के बाद मृत छात्रा के स्वजन माने। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम हुआ। मृत छात्रा नंदना गांव निवासी जितेंद्र राम की पुत्री सुंदरी कुमारी है। उसकी उम्र 15 वर्ष बताई जा रही है। पिता जितेंद्र राम ने बताया कि नंदना के सिवाना में थोड़ी जमीन इनकी भी है। बुधवार की शाम उनकी पुत्री सुंदरी कुमारी छोटी बहन के साथ गई थी। तभी बगल के खेत में साग देखकर काटने लगी।
बीच रास्ते में गिरकर मौत
उस दौरान खेत के मालिक राम अवतार यादव और उनके पुत्र गौरव यादव के द्वारा गाली गलौज करते हुए लाठी डंडे से मारपीट की जाने लगी और दुपट्टे को गले में फंसा कर खींचने लगे। इससे वह अधमरा हो गई। वहां से घर भाग कर आते-आते बीच रास्ते में गिरकर उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर तत्काल सभी लोग मौके पर पहुंचे। जहां से इलाज के लिए अस्पताल में ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्वजन व ग्रामीणों के द्वारा हंगामा करते हुए सड़क जाम कर दिया गया एवं वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे।
मुआवजा की मांग
बताया जा रहा है कि ग्रामीण मुआवजा और आरोपितों की तत्काल गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए। स्वजन का कहना था कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होगी और मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया जाएगा। वहीं, घटना स्थल पर पहुंचे इंस्पेक्टर रामानंद मंडल के द्वारा बताया गया कि घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची। स्वजन को समझने बुझाने का प्रयास किया गया, ताकि शव का पोस्टमार्टम कराया जा सके, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। रात लगभग एक बजे मौके पर भभुआ एसडीएम विजय कुमार पहुंचे। ग्रामीणों को मुआवजा दिलाने एवं आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही। इसके बाद ग्रामीण माने। रात 2.30 बजे के करीब भभुआ सदर अस्पताल में शव को भेजकर पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया।