बिलासपुर। सालों पुराना बदला लेने के लिए एक 9 वर्षीय बालक का अपहरण किया गया। अपहरणकर्ता फिरौती मांगने की तैयारी कर रहा था। इससे पहले ही पुलिस के हाथ उसके गिरेबांन तक पहुंच गए। पुलिस ने बालक को बरामद कर लिया है। मामला बिलासपुर के पचपेड़ी का है।
दरअसल खेलने के लिये बाहर निकला 9 वर्षीय मूकबधिर बालक ऋतिक कुमार बंजारे अचानक लापता हो गया जिसका काफ़ी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चल सका। परिजनो ने इसकी सूचना थाने में दी। 24 घंटे के अंदर पुलिस ने लापता बालक को ढूंढ निकाला और परिजनों के हवाले कर दिया। लापता ऋतिक के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनका बड़ा बेटा रितिक कुमार बंजारे उम्र 9 साल का जोकि गूंगा बहरा है। वह खेलने के लिए बाहर निकला। उसके बाद घर वापस नही लौटा। जिसके बाद आसपास और गांव मे उसकी तलाश भी की गई, लेकिन ऋतिक का कहीं पता नहीं चल सका। पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में गांव के दिनबंधु उर्फ झकल्ला से उनका विवाद हुआ था। इसलिये उन्हे आशंका है कि रितिक को दिनबंधु ही ले गया होगा। मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पचपेडी पुलिस टीम द्वारा संदेही दीनबंधु उर्फ इकल्ला के घर चिगराजपारा में तत्काल दाबिश दी गई। आरोपी दीनबंधु के कब्जे से अपहृत बालक ऋतिक बंजारे को बरामद किया गया।
मेरे पिता की हत्या कर दी, जी रहा खुशहाल जीवन- आरोपी
आरोपी दीनबंधु से मनौवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई। पूछताछ में आरोपी अपराध करना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि उसके पिता की हत्या समारू राम बंजारे ने कई साल पहले कर दी थी, जिसके कारण उसका बचपन गरीबी में गुजरा है। समारू जेल से छूटने के बाद अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रहा है, जिससे बदला लेने के लिए समारू राम बंजारे के पुत्र रितिक को अगवा कर समारू से 7-8 लाख रूपये फिरौती मांगने का प्लान बनाया था।