Home » नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों की ठगी : चार आरोपी गिरफ्तार, 13 लाख रूपए नगदी बमराद
बिलासपुर

नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों की ठगी : चार आरोपी गिरफ्तार, 13 लाख रूपए नगदी बमराद

बिलासपुर। नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शातिर आरोपी बेरोजगार युवक-युवतियों को निशाना बनाते थे। दो दर्जन से अधिक लोग ठगी के शिकार हुए थे। आरोपियों के पास से सात मोबाइल, 13 लाख रुपये नकद, एक इनोवा कार व अन्य सामग्री जब्त किया गया है। सिविल लाइन पुलिस ने कार्रवाई की है।

दरअसल थाना सिविल लाईन को सूचना प्राप्त हुई थी कि कपिल गोस्वामी एंव उसके साथी कुछ बेराजगार लड़कों से नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र तैयार कर पैसा लेकर ठगी कर रहे हैं। पुलिस टीम द्वारा पतासाजी किये जाने पर प्रार्थीगण  गोविन्द चंद्रा 35 साल निवासी भातमाहूल थाना हसौद जिला सक्ती,  नंद कुमार शांडिल्य  28 साल निवासी ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर, नितीश कुमार भारद्वाज 34 साल निवासी ध्रुवाकारी थाना पचपेड़ी जिला बिलासपुर  मिले जो कि कपिल गोस्वामी एवं उसके साथी गुरू शंकर दिव्य, ईश्वर चैहान एवं अन्य को लगभग 22 लाख रूपये पृथक-पृथक देना बताए। प्रार्थियों की रिपोर्ट धोखाधड़ी, कूटरचना एवं संगठित अपराध की धाराओं में कुल 4 प्रकरण पंजीबध्द किये गये।

पुलिस ने कार्यवाही करते हुए चार आरोपी को पकड़ा। मुख्य आरोपी कपिल गोस्वामी अपने साथी सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चौहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे के साथ मिलकर शासकीय नौकरी की चाह रखने वाले बेरोजगार युवकों की पहचान करते थे और उन्हें शासकीय नौकरी लगाने का झांसा देते थे।
सरपंच प्रतिनिधी ईश्वर चौहान, तथाकथित पत्रकार गुरू दिव्यशंकर, राजेश पलांगे एवं अन्य साथी बेरोजगार युवकों को इस बात का भरोसा दिलाते थे कि कपिल गोस्वामी का संपर्क सभी शासकीय विभागों में है।  बेरोजगार युवक इनके झांसे में आ जाते थे, तब  कपिल गोस्वामी के साथियों द्वारा अलग-अलग शासकीय विभागों में नौकरी की रकम बताई जाती थी।
बेरोजगार युवक अपने घर के रिश्तेदारों, परिजनों से उधार रकम लेकर, घर के जेवर गिरवी रखकर नौकरी की चाह में पैसा एकत्र कर कपिल गोस्वामी को देते थे। रकम देने पर युवकों को फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र दिखाकर डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के नाम पर उनके ओरिजनल डॉक्यूमेंट रखकर वेरीफिकेशन के बाद नियुक्ति पत्र दिये जाने का आश्वासन दिया करते थे।  कपिल गोस्वामी पूर्व में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में जेल जा चुका है। शातिर किस्म का ठग है।
आरोपी युवक संगठित तौर पर राज्य के अलग-अलग जिलों के बेराजगार युवकों को पीडब्लूडी, पुलिस विभाग, जेल विभाग, पीएचई विभाग, वन विभाग, शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लगभग दो दर्जन से अधिक युवक-युवतियों से ठगी की गई।
मामले के मुख्य आरोपी कपिल गोस्वामी ने अपने सहयोगियों तथाकथित पत्रकार गुरूशंकर दिव्य, सरपंच प्रतिनिधि ईश्वर चौहान एवं अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर की करोड़ो की ठगी की है। आरोपियों के पास लगभग 13 लाख रू, एक इनोवा कार कीमती 20 लाख एवं बैंक एकाउंट में तीन लाख रूपए सीज कराई गई है।
फिलहाल पुलिस ने मामले में सभी आरोपी कपिल गोस्वामी उर्फ कपिलेश्वर निवासी अकलतरा ज़िला-जाँजगीर चाँपा,  तथाकथित पत्रकार -गुरूशंकर दिव्य, राजेंद्र पलाँगे निवासी जैजेपुर ज़िला-शक्ति , पुरुषोत्तम तिवारी निवासी उस्लापुर ज़िला बिलासपुर को गिरफ्तार कर लिया है, पूछताछ जारी है।
बिलासपुर पुलिस की अपील- पुलिस के अनुसार पूछताछ पर आरोपियों ने जांजगीर चाम्पा, बिलासपुर, सक्ती, रायपुर, बलौदा बाजार जिले के लगभग 25-30 युवकों से धोखाधड़ी किया जाना स्वीकार किया है, जिनसे संपर्क किया जा रहा है। साथ ही बिलासपुर पुलिस द्वारा अपील की गई है कि इस तरह के ठगों से सावधान रहें तथा किसी भी व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर पैसे की मांग करने पर इसकी सूचना पुलिस को देवें।

Search

Archives