बिलासपुर। कानन पेंडारी जू से महज तीन किलोमीटर दूर ग्राम बिनौरी में गुरुवार की देर शाम ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई, वहीं लोग दहशत में आ गए। ग्रामीणों ने गांव में तेंदुआ देखे जाने की सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही विभागीय अमला सक्रिय हो गया और फिर तेंदुए की रेस्क्यू टीम गांव पहुंची। करीब 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर उसे कानन पेंडारी जू लाया गया।
0 ऐसे किया रेस्क्यू
गांव पहुंची वन विभाग की टीम ने पहले ग्रामीणों की भीड़ हो हटाया। इस दौरान तेंदुआ एक फार्म हाउस के पास झाड़ियों के बीच दुबका बैठा हुआ था, तब तक वहां तखतपुर वन परिक्षेत्र की टीम के साथ ही तहसीलदारए पटवारी समेत पुलिस भी पहुंच गई थी। चार घंटे बीत जाने के बाद भी तेंदुआ हाथ नहीं आया तो विभाग के कर्मचारियों ने पिंजरे में मुर्गे को बांधकर लटकाया, फिर दोबारा पिंजरे को तेंदुए के पास लेकर गए। दूसरी तरफ से जाल बिछाया गया था, ताकि तेंदुआ भागने न पाए। मुर्गे को देखकर तेंदुआ लपककर पिंजरे के अंदर गया तब कर्मचारियों ने स्लाइडर गेट को बंद किया। इसके बाद टीम ने राहत की सांस ली। इसके बाद तेंदुए को वापस कानन पेंडारी लाया गया। रेस्क्यू के दौरान तेंदुआ घायल हो गया है, हालांकि उसे बाहरी चोटें नहीं आई है। कानन पेंडारी जू में रखकर उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। आवश्यकता पड़ने पर उसका इलाज भी किया जाएगा।
