कोरबा। छत्तीसगढ़ के 5 जिलों में शुक्रवार दोपहर पावर सप्लाई ठप हो गई। जिलों में बिजली सप्लाई करीब 2 घंटे तक बाधित रही। कोरबा स्थित 500 मेगावाट डीएसपीएम पावर प्लांट में खराबी के कारण ऐसा हुआ है। सबसे ज्यादा प्रभाव बिलासपुर और सरगुजा में इसका पड़ा। डीएसपीएम की दो यूनिट अचानक ट्रिप हो गई। दोनों यूनिट को चालू करने में अधिकारियों को भारी मशक्कत करनी पड़ी और दो घंटे बाद दोनों यूनिट बहाल की गई, इस दौरान बायलर की कानफोड़ू आवाज से शहरवासी काफी परेशान रहे। जानकारी के मुताबिक, दोपहर करीब 2.45 बजे अचानक लाइट गुल हो गई। कोरबा में 2 घंटे, कोरिया, मनेंद्रगढ़ और सूरजपुर में 1-1 घंटे तक बिजली गुल रही, वहीं बिलासपुर-सरगुजा में ढाई घंटे पावर कट था। इससे कामकाज प्रभावित तो हुआ है, लोग भीषण गर्मी में परेशान होते रहे।
ट्रांसमिशन कंपनी की 220 केवी लाइन में असर पड़ा
बिजली उत्पादन कंपनी डीएसपीएम के अधिकारी के मुताबिक, प्लांट में तकनीकी खराबी आने से 250-250 मेगावाट की 2 यूनिट ट्रिप हो गई थी। उन्होंने बताया कि ट्रांसमिशन कंपनी की 220 केवी लाइन पर असर पड़ा और जर्क लगने से 132 केवी लाइन भी बंद हो गई। इसके चलते बिजली आपूर्ति बंद रही। प्लांट से 220 केवी लाइन निकली है, जिससे छुरी स्थित सबस्टेशन में बिजली आपूर्ति होती है। वहां से 132 केवी में परिवर्तित कर अन्य स्थानों पर सप्लाई की जाती है।
ग्रामीण इलाकों में 2 घंटे रही बिजली गुल
बिलासपुर जिले के अलग-अलग इलाकों में करीब 2 घंटे तक बिजली नहीं थी। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी और ईई जांगड़े ने बताया कि कोरबा से पावर कट होने के कारण यह स्थिति बनी। हालांकि, शहरी क्षेत्र में आधे घंटे के भीतर वैकल्पिक व्यवस्था की गई। जबकि, ग्रामीण इलाकों में करीब दो घंटे तक बिजली गुल रही।
2 से 3 घंटे के अंदर लाइन दोबारा चालू की गई
शुक्रवार को माता कर्मा जयंती की छुट्टी होने की वजह से संयंत्र में उपस्थिति कम थी। संयंत्र ट्रिप होने की जानकारी मिलते ही संयंत्र के कार्यपालक निदेशक डॉ. हेमंत सचदेव समेत अन्य आला अफसर पहुंचे। सुधार कार्य में जुटे और करीब 2 से 3 घंटे के अंदर लाइन दोबारा चालू की गई। विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री नगर संभाग नेहरु पटेल ने मीडिया को बताया कि उत्पादन कंपनी की तरफ से फॉल्ट आया है, जिसे सुधार लिया गया है। विद्युत उत्पादन कंपनी की यूनिट ट्रिप हुई थीं।