कांकेर। जिला प्रशासन ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। जिला कलेक्टर ने 568 हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। ज्ञात हो कि 21 अगस्त से हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही हैं जिसके कारण प्रशासन ने सख्त आदेश दिया है। इधर बलौदा बाजार में भी प्रशासन ने हड़ताली स्वास्थ्य कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की है। जिला कलेक्टर ने 265 तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं 100 अन्य कर्मचारी अधिकारियों के लिए अनुशंसा पत्र शासन को प्रेषित किया है। कलेक्टर ने निलंबन का आदेश जारी कर दिया है।
प्रदेश भर में पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में स्वास्थ्य कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सभी जगह स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही है और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसके पहले भी स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। बस्तर जिले के 296 स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त किया गया है। सभी लोगों पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने उक्त कार्रवाई की है। बता दें कि 21 अगस्त से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा मांगो को लेकर हड़ताल की जा रही थी। इसी कारण मरीजों व परिजनों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। मरीजों को हो रही परेशानियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के 296 अधिकारी कर्मचारियों की सेवा बर्खास्त की गई है। इस कार्रवाई के बाद से अधिकारी कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।