कांकेर। एक शातिर ठग को पुलिस ने उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने मोबाइल टावर लगाने पर 15 लाख रूपए व घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और बाइक मिलने झांसा देकर 8 लाख रूपए की ठगी कर ली थी।
एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर ने बताया कि लखनपुरी निवासी चंद्रप्रकाश भुतड़ा का जनरल स्टोर है। 29 जुलाई 2021 को अखबार में एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ था । जिसमें मोबाइल टावर लगाकर रुपये कमाने की बात कही गई थी। इस पर चंद्रप्रकाश ने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया। कॉल रिसीव करने वाले ने बताया कि खुद की जमीन पर टावर लगवाने पर पहले 15 लाख रुपये एडवांस मिलने की बात कही। फिर खाते में 60 लाख और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और बाइक मिलने का झांसा दिया। लालच में आकर चंद्रप्रकाश ने मोबाइल टावर लगाने की सहमति दे दी।
चंद्रप्रकाश की सहमति मिलने के बाद ठग ने उससे फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड और जमीन के दस्तावेज मांगे। इस पर चंद्रप्रकाश ने दो अगस्त को सभी दस्तावेज भेज दिया। फिर तीन अगस्त को रजिस्ट्रेशन के लिए एक हजार रुपये खाते में जमा कराए। उसके बाद एग्रीमेंट और 15 लाख के चेक की कॉपी व्हॉटसएप पर भेजी। इसमें लिखा था िकइस पेपर को यहां से जारी करने के लिए 7900 रुपये जमा करने होंगे, फिर बीमा टीडीएस, आरटीओ, बैंक मैनेजर, भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण के नाम पर 88 हजार, डीटीएच के नाम पर भी पैसे लिए गए। इस तरह से अलग-अलग कई बार फीस के नाम पर उसने 8 लाख रूपए बैंक के खाते में जमा कराए।
0 फोन आया बंद तो ठगी का हुआ एहसास
सारे प्रोसेस पूरा करने व एक माह गुजर जाने के बाद भी जब टावर नहीं लगा तो चंद्रप्रकाश ने फिर आरोपी से संपर्क करना चाहा। बार-बार नंबर बंद आने पर चंद्रप्रकाश को ठगी का एहसास हुआ। उसने थाना पहुंचकर मामले की शिकायत पुलिस से की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले में पुलिस ने छानबीन शुरू की। करीब दो साल बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपी वाराणसी के राजवाड़ी चौबेपुर निवासी अखिलेश मिश्रा 50 वर्ष है। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।