कोरबा। भदरापारा बालको निवासी भरतलाल निर्मलकर (75) अपने परिवार के साथ प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ स्नान करने गए हुए थे। उनके साथ उनकी बेटी के जेठ व जेठानी भी गए हुए थे। जो रात में सोते समय अचानक लापता हो गए। 7 फरवरी 2025 से मेला में गुम हुए भरतलाल के सकुशल लौटने की उम्मीद उनके परिजन लगाए बैठे हैं, लेकिन आज दिनांक तक उनकी वापसी नहीं होने से परिजन चिंतित हैं।
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार भरतलाल हमेशा से महाकुंभ स्नान के लिए जाते रहे हैं। इस बार वे 6 फरवरी को वह प्रयागराज के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ लगभग 12-13 लोग थे और वे सड़क मार्ग से प्रयागराज पहुंचे। भरतलाल की बेटी ने बताया कि उनका समूह 6 फरवरी की शाम को प्रयागराज पहुंचा और त्रिवेणी संगम से अलग घाट पर स्नान किया। भोजन करने के बाद सभी लोग कैंप साइट पर सोने चले गए। रात में लगभग 2 बजे उनके पिता शौच के लिए गए और वापस नहीं लौटे। जब रिश्तेदारों को उनकी अनुपस्थिति का पता चला, तो उन्होंने उनकी तलाश शुरू की। उनके परिजनों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया। उसके बाद कई घोषणाएं की गईं, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। परेशान होकर उनके रिश्तेदार कोरबा लौट आए। भरतलाल के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था, जिससे उनसे संपर्क किया जा सके। भरतलाल की गुमशुदगी रिपोर्ट प्रयागराज में दर्ज है। उनके वापस लौटने की प्रतीक्षा में परिजनों ने उनकी सूचना देने या पहुंचाने वाले को उचित पुरस्कार देने की घोषणा कर चुके हैं।