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छत्तीसगढ़

डॉ. रवि जैसवाल की बड़ी उपलब्धि, इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुई कैंसर पर रिसर्च रिपोर्ट

42 बर्षीय महिला के चौथे स्टेज के ओवेरियन कैंसर की रुकापेरिब मेंटेनेंस थेरेपी टारगेटेड चिकित्सा के द्वारा बिना ऑपरेशन व कीमो के किया सफल इलाज

रायपुर। मध्यभारत के सुप्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि जैसवाल ने कैंसर चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि अर्जित करते हुए 42 बर्षीय महिला के चौथे स्टेज के ओवेरियन कैंसर की “”रुकापेरिब मेंटेनेंस थेरेपी टारगेटेड चिकित्सा”” के द्वारा, बिना ऑपरेशन व कीमों के बिना, सफल इलाज कर महिला को नया जीवन दिया है। डॉ. रवि जैसवाल की उक्त रिसर्च व केस रिपोर्ट इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुई है, तथा कैंसर चिकित्सा क्षेत्र में डॉ. रवि द्वारा दिए गए योगदान एवं उनकी रिसर्च की प्रशंसा की गई है।

रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर में अपनी अमूल्य सेवाएं दे रहे मध्यभारत के जाने माने कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि जैसवाल ने कैंसर चिकित्सा क्षेत्र की एक बड़ी हस्ती के रुप में अपना स्थान बनाया है। अभी हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल में डॉ. रवि जैसवाल द्वारा एक 42 बर्षीय महिला के चौथे स्टेज के ओवेरियन कैंसर का सफल इलाज बिना ऑपरेशन व बिना कीमोथेरेपी के, विशेष टारगेटेड दवाओं के द्वारा किये जाने से संबंधित विस्तृत रिसर्च डॉक्यूमेंट के साथ केस रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। इस बड़ी उपलब्धि के लिए उनके शुभचिंतको एवं चिकित्सक साथियों ने उन्हें बधाई व शुभकामनाये दी है।

3500 मरीजों पर उक्त थेरेपी व दवा का प्रयोग

डॉ. रवि जैसवाल ने इस संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि स्तन कैंसर व ओवेरियन कैंसर यदि चौथे स्टेज तक पहुंच चुका है तो उसकी जेनेटिक जांच जिसे “”बी आर सी ए टेस्ट”” कहा जाता है, की जाती है। यदि रिपोर्ट पॉजिटिव रहती है तो विशेष टारगेटेड दवा “”ओलापेरिब”” का उपयोग करके बिना ऑपरेशन, बिना कीमो, मरीज का सफल इलाज किया जाता है तथा बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। उन्होंने बताया कि अभी तक 3500 मरीजो पर उक्त थेरेपी व दवा का प्रयोग किया जा चुका है।

केवल टेबलेट से चौथे स्टेज का कैंसर हुआ ठीक

डॉ. रवि जैसवाल ने बताया कि एक 42 बर्षीय महिला को चौथे स्टेज का ओवेरियन कैंसर डायग्नोस हुआ, उस महिला को उक्त कैंसर दोबारा लौटा था, महिला की हालत जटिल थी, उसकी जेनेटिक जांच की गई, “”बी आर सी ए”” की रिपोर्ट पॉजिटिव रही, महिला का इलाज विशेष टारगेटेड दवा “ओलापेरिब” के द्वारा किया गया। निर्धारित समय तक टेबलेट के रूप में दवा का सेवन कराया गया। आज महिला पूर्णतः स्वस्थ एवं कैंसर से मुक्त हो चुकी है, इसकी विस्तृत केस रिपोर्ट इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित हुई है, कैंसर चिकित्सा के क्षेत्र में यह बड़ी उपलब्धि है।