रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री, प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। मनमोहन सिंह जी अर्थशास्त्र के उन दिग्गजों में से एक थे, जो देश के वित्त मंत्री, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर और योजना आयोग के प्रमुख जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना की।
आधे झुके रहेंगे राष्ट्रीय ध्वज- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर राजकीय शोक की सूचना छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी कर दिया है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री माननीय डॉ. मनमोहन सिंह जी का दुखद निधन दिनांक 26.12.2024 को नई दिल्ली में हो गया है। स्व. डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर राज्य शासन द्वारा दिनांक 26.12.2024 से दिनांक 01.01.2025 तक राज्य में सात दिवस का राजकीय शोक घोषित किया गया है। अतएव राजकीय शोक की अवधि में राज्य में स्थित समस्त शासकीय भवनों एवं अन्य स्थानों जहाँ पर नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाते हैं, वहां पर दिनांक 26.12.2024 से दिनांक 01.01.2025 तक राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे तथा राजकीय शोक की अवधि में राज्य में शासकीय स्तर पर कोई मनोरंजन / सांस्कृतिक कार्यकम आयोजित नहीं किया जाएगा।
क्या होता है राजकीय शोक, इसे कौन घोषित कर सकता है? – देश में जब कोई बड़ा नेता, कलाकार या ऐसा शख्स जो अपने जीवनकाल में राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया होता है। तो उनके निधन पर राजकीय शोक की घोषणा की जाती है। पहले राजकीय शोक घोषित करने का अधिकार राष्ट्रपति के पास था। राष्ट्रपति केंद्र सरकार की सलाह पर राजकीय शोक घोषित करते थे, लेकिन नियमों में बदलाव के बाद अब यह अधिकार राज्यों के पास भी है। कई बार केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग राजकीय शोक घोषित करती हैं।
क्या सरकारी छुट्टी रहती है?- राजकीय शोक घोषित होने पर किसी भी स्कूल या सरकार संस्थान में छुट्टी नहीं रहती। केंद्र सरकार के 1997 के नोटिफिकेशन में कहा गया कि राजकीय शोक के दौरान कोई सरकारी छुट्टी नहीं रहेगी। नियमों के अनुसार, जब किसी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री की मौत पद पर रहते हुए होती है तो उस परिस्थिति में सरकारी छुट्टी घोषित की जाएगी। हालांकि केंद्र या राज्य सरकार चाहें तो छुट्टी का ऐलान कर सकती है।
राजकीय शोक के दौरान क्या होता है?- फ्लैग कोड ऑफ इंडिया रूल्स के अनुसार, राजकीय शोक के दौरान विधानसभा, सचिवालय समेत महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालयों में लगे राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया जाता है। इसके अलावा कोई भी औपचारिक या सरकारी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता। इस दौरान आधिकारिक मनोरंजन पर भी प्रतिबंध रहता है। इस दौरान सिर्फ विशेष काम ही किए जाते हैं।
कितने दिन का होता है राजकीय शोक?- राजकीय शोक कितने दिन का हो इसकी कोई लिमिट नहीं है। सरकारें अपने हिसाब से राजकीय शोक का ऐलान करती हैं। उदाहरण के तौर पर जब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की मौत हुई तो सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया था। जबकि पूर्व रक्षा मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मौत हुई थी तो तीन दिन का राजकीय शोक का ऐलान किया गया था।