कोरबा। ग्राम पंचायत साजापानी में शासन के लाखों रूपए गबन की शिकायत जनपद पंचायत करतला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से 7 माह पूर्व की गई थी। उचित कार्यवाही नहीं होने पर एक बार फिर जनचौपाल में कलेक्टर से शिकायत की गई है।
छत्तीसगढ़ मानव अधिकार जेजेएफ राज्य सचिव अधिवक्ता शिवचरण चौहान ने जनचौपाल में कलेक्टर को प्रेषित शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि ग्राम पंचायत साजापानी में शासन की राशि का गबन एवं फर्जी रसीद/ केश मेमो से जय हनुमान ट्रेडर्स काशीरानी चौक जिला कोरबा, जिसका क्रमांक निरंक, 15 जून 2017 को 150000 रूपए एवं 31 जून 2017 को राशि 25000, के जरिए ग्राम पंचायत के तत्कालिन सरपंच, सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा फर्जी रसीद से शासन की राशि का आहरण किया गया है। इसकी शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत करतला से की गई थी। यहां से 9 मई 2022 को पुलिस अधीक्षक कोरबा के नाम एक पत्र आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित किया गया था, लेकिन आज दिनांक तक संबंधितों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। जनपद पंचायत करतला के अनुसार ग्राम पंचायत साजापानी द्वारा 2015 से 2018-19 तक कुल 47 नग बिल एवं राशि 43,10,200 रूपए का बिना प्रशासनिक स्वीकृति के राशि का आहरण हुआ है। गबन की राशि आहरण के दौरान सरपंच पद पर श्रीमती मोहन बाई कंवर थी। 2015 से मार्च 2018 तक सचिव पुष्पेन्द्र पैकरा और उसके बाद सचिव परमानंद राजवाड़े अब तक हैं। रोजगार सहायक लखन कंवर हैं, जिन्हें आज दिनांक तक पद से हटाया नहीं गया है। उक्त सभी के द्वारा 47 नग बिल से शासन की राशि का अवैध रूप से गबन कर लिया गया है। इसकी शिकायत पूर्व में की गई थी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा संबंधित पंचायत कर्मी को बचाने के उद्देश्य से आज दिनांक तक उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई। अतः निवेदन है कि संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश प्रदान करें, ताकि शासन की गबन राशि को यथाशीघ्र वसूली के साथ इसमें लिप्त लोगों के विरूद्ध पुलिस में प्राथमिकी दर्ज हो सके।