जांजगीर चांपा। गुरुवार को जांजगीर चांपा जिले के कचहरी चौक में छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बीएड, डीएड संघ ने 33 हजार शिक्षक भर्ती किए जाने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर रैली निकालकर छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सात सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। 15 दिवस का अल्टीमेटम देकर जल्द से जल्द रिक्त पदों पर भर्ती निकालने की मांग की है नहीं तो उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
वहीं प्रशिक्षित डीएड व बीएड संघ ने कवर्धा शहर में रैली निकाली। रैली के माध्यम से संघ ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा। रैली में करीब 200 से अधिक लोग शामिल हुए। भीड़ को देखते हुए इन्हें कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर गेट पर रोका गया। मौके पर ही जिला प्रशासन के अधिकारी ने ज्ञापन लिया।
ज्ञापन देने पहुंचे जितेन्द्र भास्कर, महेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश भर के स्कूल में शिक्षक के हजारों पद रिक्त हैं। भर्ती के लिए लाखों डीएड व बीएड प्रशिक्षित युवा लंबे समय से शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में प्रदेशभर में 57 हजार शिक्षकों की भर्ती किए जाने का वादा किया था। इस पर भरोसा करते हुए सभी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने बड़ी संख्या में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया, जिसकी बदौलत प्रदेश में भाजपा की सरकार बन सकी है।
विधानसभा के पहले सत्र में तत्कालीन शिक्षा मंत्री रहे बृजमोहन अग्रवाल ने वर्तमान शिक्षण सत्र में 33हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की थी,वहीं मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय ने अपने सीएमओ पेज में भी इस बात की ट्वीट कर सूचना दी थी। परंतु आज दिनांक तक शिक्षक भर्ती को लेकर किसी प्रकार की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई है जिससे लाखों डीएड बीएड प्रशिक्षित अभ्यर्थी बेरोजगार हैं और ठगा सा महसूस कर रहे हैं। 15 सितंबर तक मांग पूरी नहीं होने पर संघ द्वारा 21 सितंबर से रायपुर मे प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन व अनशन की चेतावनी दी है। इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
ये हैं संघ की प्रमुख मांग
– प्रदेश के स्कूलों में रिक्त 33 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द प्रारंभ किया जाए, जिसमे सभी संकाय व विषय के पद शामिल हो। शिक्षक वर्ग-2 की भर्ती विषयवार हो।
– युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूलों को बंद किए जाने का फैसला निरस्त किया जाए। स्कूल शिक्षा विभाग के 2008 के सेटअप को यधावत रखकर नई भर्ती की कार्रवाई शुरू किया जाए।
– आगामी शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग को 5प्रतिशत की छूट प्रदान की जाए। प्रदेश के स्कूलों में छत्तीसगढ़ी में पीजी डिप्लोमा धारियों के लिए पद सृजित कर उनके पदों पर भर्ती की जाए।
– समय पर भर्ती नही होने से कई अभ्यर्थी की उम्र निकल गई है। ऐसे में वह शिक्षक बनने के लिए अपात्र हो जाएंगे। उन्हें उम्र में अतिरिक्त छूट प्रदान की जाए।