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छत्तीसगढ़

कचरा डंप करने को लेकर विवाद : ग्रामीणों ने चार घंटे निगम कर्मचारियों को रोका, फिर ऐसे हुआ मामला शांत

गौरेला पेंड्रा मरवाही । शुक्रवार को नगर पालिका गौरेला और ग्राम पंचायत भदौरा के बीच कचरा फेंकने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि भदौरा गांव के ग्रामीणों ने लगभग चार घंटे कचरा फेंकने के दो वाहनों को कर्मचारियों सहित मौके पर ही रोक लिए। वहीं विवाद निपटाने के लिए जनपद सीईओ और नगर पालिका सीएमओ को मौके पर आना पड़ा। काफी लंबी चर्चा के बाद कचरा वापस उठाने की शर्त पर मामला शांत हुआ।

नगरी निकाय क्षेत्रों में ठोस अपशिष्ट के युक्ति युक्त निपटारा एक बड़ी समस्या हो गई है और यह समस्या अब विवाद का रूप ले रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के भदौरा ग्राम पंचायत में जहां आज सुबह आठ बजे नगरीय निकाय गौरेला का दो वाहन कचरा डंप करने आया। जिसमें एक ट्रैक्टर व एक छोटा हाथी था।

ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर कचरा फेंकने आये दोनों वाहनों को कर्मचारियों समेत मौके पर ही रोक लिया। ग्रामीणों के पहुंचने से पूर्व ट्रैक्टर ने कचरा डंप कर दिया गया था। जबकि दूसरे वाहन में कचरा लोड था। ग्रामीणों ने कर्मचारियों से पूछा कि किसकी इजाजत और सहमति से आप ग्राम पंचायत क्षेत्र में कचरा डंप कर रहे हैं। जिस पर कर्मचारियों ने सीएमओ का हवाला दिया।

ग्रामीणों ने सीएमओ नगर पालिका गौरेला से बात की तो उन्होंने भी रुतबे से शासकीय जमीन पर कचरा डंप करने की बात कही। जिस पर ग्रामीण भड़क गए और मौके पर सरपंच सहित अन्य ग्रामीण भी पहुंच गए। ग्रामीणों ने सीएमओ को मौके पर बुलाने की मांग शुरू कर दी।

सीएमओ मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। जिसके बाद जनपद पंचायत गौरेला के सीईओ मौके पर पहुंचे और मामले को शांत करने की कोशिश की। ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। फिर लगभग एक बजे नगर पंचायत गौरेला के सीएमओ मौके पर पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने उन पर अपनी भड़ास उतारी और ग्राम पंचायत क्षेत्र में बिना ग्राम पंचायत की अनुमति के कचरा डंप करने को लेकर जमकर खरी-खोटी भी सुनाई।