कांकेर। हाल ही में पुलिस जवान व नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में दो नक्सली के मारे जाने की खबर को ग्रामवासी ने झूठा बताया है। ग्रामीणों का कहना है कि एनकाउंटर में मारे गए कथित नक्सली ग्रामीण थे और वे राशन लेने के लिए बाजार गए थे। पुलिस ने उसे मारकर मौके पर ले जाकर नक्सली वर्दी पहनाया है।
घटना के उजागर होने के बाद परिजनों ने कांकेर पुलिस अधीक्षक के नाम शिकायत पत्र सौंपते हुए बताया कि मारे गए कथित नक्सली ग्रामीण है जो शुक्रवार को बाजार में राशन लेने ककनार से कोयलीबेड़ा पहुंचे थे। वापसी के दौरान महिलाएं और मारे गए कथित नक्सली गोमे में रात्रि विश्राम कर वापस अपने गांव ककनार लौट रहे थे तभी सुरक्षा बल के जवानों ने महिलाओं को अलग कर मारे गए दोनों कथित नक्सलियों को अपने साथ ले गए और घटनास्थल पर गोली मारकर उनकी हत्या कर नक्सली वर्दी पहनाकर उन्हें नक्सली करार दिया गया।
साथ ही कथित नक्सली मोड़ा के भाई ने बताया कि कोयलीबेड़ा में राशन लेने जा रहे थे उस दौरान राशन नहीं मिलने पर ग्राम गोमे में रात में रुके और दूसरे दिन सुबह घर जा रहे थे। उस समय उनके कथित नक्सली मोड़ा और एक कानाराम पद्दा को पुलिस वाले उठाकर ले गए और महिलाओं को भेज दिया गया, जिसके बाद जंगल में दोनों को मार दिया गया।
0 एसपी ने ये कहा
मामले में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि नक्सल एनकाउंटर में 2 नक्सली मारे गए थे, उसमें अपराध पंजीबद्ध किया गया है। अपराध और मर्ग जांच के लिए परिजनों के कथन के लिए परिजनों को बुलाया गया था और सभी परिजनों से बात किया गया है। परिजनों ने जो स्टेटमेंट दिया है। उसके आधार पर जांच की जा रही है। अभी तक की जांच जो है उसमें क्लियर है ऑटोमेटिक हथियार और सामान मिला है। इसमें इस प्रकार का कोई भी शक नहीं है और मारे गए जो नक्सली हैं, वे काकनार और मोड़ा हैं।