0 अब तक 10 मरीज मिले, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
कोरबा। छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू वायरस से 6 लोगों की मौत हो गई है। इसके बीच कोरबा जिले में भी स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। कोरबा जिले में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
20 बिस्तर वाला अलग से वार्ड तैयार किया गया है। इसके अलावा अलग से टीम भी बनाई गई है, जो लगातार ऐसे मरीजों की निगरानी करेगी। सीएमएचओ डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य अमला ने लोगों को सचेत रहने को कहा है।
साथ ही कहा गया है कि स्वाइन फ्लू के लक्षण सामने आते हैं, तो तत्काल उसकी जांच कराएं। जिले में अब तक स्वाइन फ्लू से मौत का मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि बीपी, शुगर, कैंसर पीड़ित और बुजुर्ग स्वाइन फ्लू के चपेट में आ सकते हैं। स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए जाने पर तत्काल टेस्ट कराएं। सर्दी-बुखार और खांसी लंबे समय से है, तो अस्पताल जाकर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
घर पर रहकर इलाज न कराएं। नहीं तो हालत गंभीर भी हो सकती है। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू, डेंगू और मलेरिया जैसे बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है। नगर निगम के साथ मिलकर बैठक की गई है। मुड़ापार, संजय नगर, बुधवारी, कांशी नगर के अलावा आसपास की बस्तियों में बीमारियों से बचने जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
0 लक्षण
एच1एन1 के कारण होने वाले फ्लू के लक्षण, जिसे आमतौर पर स्वाइन फ्लू कहा जाता है, अन्य फ्लू वायरस के समान ही होते हैं। लक्षण आमतौर पर तुरंत शुरू होते हैं और इनमें शामिल हो सकते हैंः-
बुखार, लेकिन हमेशा नहीं, मांसपेशियों में दर्द होना, ठंड लगना और पसीना आना, खांसी, गला खराब होना, बहती या भरी हुई नाक, पानी भरी, लाल आंखें, आंख का दर्द, शरीर में दर्द, सिरदर्द, थकान और कमजोरी, दस्त, पेट में दर्द, उल्टी होना, लेकिन यह वयस्कों की तुलना में बच्चों में अधिक आम है। फ्लू के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के लगभग 1 से 4 दिन बाद विकसित होते हैं।