कोरबा । जिले के एनटीपीसी साडा कॉलोनी में एक परिवार उस समय डर से कांप उठा जब रात 11.30 बजे अपने घर के सामने खड़ी एसयूवी कार में भारी भरकम अजगर को चक्के के पास बैठे देखा। थोड़ी देर तक उस पर नज़र रखा यह सोच कर कि अपने से निकल कर चला जाएगा पर उसको बाहर न आता देख घर वालो की चिंता बढ़ने लगी। अजगर को अपने स्तर पर भगाने का प्रयास किया गया, किन्तु विशालकाय अजगर भागने की बजाय कुंडली मार कर बैठ गया। आखि़रकार थक-हारकर घर और कॉलोनीवासियों ने इसकी जानकारी जितेंद्र सारथी को दी। श्री सारथी ने थोड़ी देर में पहुंचने की बात कही औऱ तब तक अजगर पर नज़र रखने को कहा। थोड़ी देर पश्चात रेस्क्यू टीम साडा कॉलोनी एनटीपीसी पहुंची।
रात में ही रेस्क्यु आपरेशन शुरू हुआ पर जैसे-जैसे समय बीतता गया, अजगर की पकड़ और मजबूत होती गई। आखि़रकार कार के सामने के चक्के को जैक लगाकर उठाते हुए बाहर की तरफ मोड़ा गया, जिससे रेस्क्यू करने में आसानी हुई और तब जाकर अजगर की पकड़ ढीली होने पर उसे बाहर निकाल पाने में कामयाबी मिली। उसे सुरक्षित रूप से थैले में डाला गया, रेस्क्यु की जानकारी कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत को देने उपरांत सुरक्षित स्थान पर जंगल में छोड़ा गया। जितेंद्र सारथी और उनकी टीम को परेशान घर वालों ने इतनी रात कड़ाके की ठंड होने के बावजूद एक बड़ी मुसीबत से निजात दिलाने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। जितेंद्र सारथी ने बताया कि नोवा नेचर की टीम कोरबा जिले अपनी सेवाएं दे रही है, साथ ही वन्य जीवों को बचाने में लोकल कम्युनिटी के साथ काम कर रही है। इसमें हर एक व्यक्ति की भूमिका ज़रूरी है।