कांकेर। नक्सलियों के डिप्टी कमांडर सन्नू मंडावी ने मंगलवार को बीएसएफ और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सली पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह मदनवाड़ा में हुए एसपी हत्याकांड सहित 45 जवानों की शहादत में शामिल रहा था।
सन्नू मंडावी नक्सली संगठन के मिलिट्री प्लाटून नंबर 5 के सेक्शन ए का डिप्टी कमांडर था। उसने बताया कि 2005 में सलवा जुड़ूम के दौरान उसके घर में आग लगा दी गई थी। इसके चलते वह भागकर परिवार के साथ जंगल में चला गया। वहां उसके पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं था। ऐसे में नक्सली उसे अपने साथ ले गए और खाना खिलाया। इसके बाद उसे संगठन में भर्ती कर लिया। धीरे-धीरे ट्रेनिंग देना शुरू किए। इस दौरान वह कई वारदातों में शामिल रहा।
0 नक्सली संगठन में परेशान हो गया था सन्नू
सन्नू मंडावी परतापुर इलाके में सक्रिय था और अपने साथ इंसास व एसएलआर रायफल रखकर चलता था। सरेंडर के बाद सन्नू मंडावी ने बताया कि वह नक्सली संगठन में काफी परेशान हो गया था। इसके बाद उसे छोड़कर घर आ गया। वहां उसके साथी परेशान करने लगे तो तंग आकर सरेंडर कर दिया।
0 बाल संघम में हुआ था भर्ती
अंतागढ़ एडिशनल एसपी खोमन सिन्हा ने बताया कि नक्सली सन्नू मंडावी उर्फ शिवाजी वर्ष 2005 में बाल संघम के रूप में भर्ती हुआ था। फिर वर्ष 2005-06 में तीन माह कंपनी नंबर- दो में रहा। वर्ष 2006 में पदोन्नत होकर उत्तर बस्तर डिवीजन के अंतर्गत सक्रिय परतापुर एरिया कमेटी के प्लाटून नंबर-05 में सेक्शन डिप्टी कमांडर के रूप में वर्ष 2016 तक कार्य करता रहा। सन्नू मंडावी ने 2015 में नक्सल संगठन में ही रहते हुए जीतो जुर्री से शादी कर ली थी। इसके चलते उसे संगठन में डिमोट कर दिया गया। वर्ष 2016 में उसे गंगालूर एरिया कमेटी भेजा गया और मनकेली जनमिलिशिया कमांडर की जिम्मेदारी सौंपी।
0 इन वारदातों में रहा शामिल
नक्सली सन्नू मंडावी पिछले 18 साल में कई वारदातों में शामिल रहा। 2006 में एनएमडीसी हिरोली दंतेवाड़ा में 8 सीआईएसएफ जवानों की हत्या कर 17 हथियार लूटे। 2007 में विश्रामपुरी पुलिस थाना, जिला कोण्डागांव में हमला कर एक सहायक उप निरीक्षक, दो प्रधान आरक्षक की हत्या में शामिल था। 2009 में मदनवाड़ा कैम्प हमला, जिसमें एसपी विनोद चौबे सहित 29 जवानों का हत्या की गई। इस एम्बुश में 300 माओवादी सुधाकर और रामेदर के नेतृत्व में शामिल रहा। वहीं 2010 में थाना दुर्गुकोंदल थाना के भुस्की गांव में बीएसएएफ के पांच जवानों की हत्या कर हथियार लूट में शामिल था। 2019 में गोरना गांव बीजापुर में आईईडी ब्लास्ट किया। इसमें डीआरजी के जवान घायल हुए। 2023 में जनमिलिशिया कमांडर के रूप में मनकेली (बीजापुर) पंचायत एरिया में कैम्प के विरोध में पेड़ काटकर रोड ब्लाक कर नक्सल बैनर पोस्टर लगाने में शामिल रहा।