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छत्तीसगढ़ बीजापुर

दो दशक बाद यहां फिर से लहराया तिरंगा, झंडा फहराने को लेकर माओवादियों ने बम से उड़ा दिया था स्कूल

बीजापुर। झंडा फहराने को लेकर करीब 22 साल पहले माओवादियों ने सिलगेर में स्कूल को बम से उड़ा दिया था। सिलगेर में केंद्रीय रिजर्व बल का कैम्प खुलने के बाद स्कूल की शुरूआत की गई, वहीं शान से तिरंगा भी फहराया गया। इस खास मौके पर ग्रामीणों की मौजूदगी और उत्साह देखते ही बन रहा था।

बीजापुर से करीब 65 किलोमीटर दूर सिलगेर बीते 2 साल से आंदोलन के लिए चर्चा में है। यहां के ग्रामीण गोलीकांड में मारे गए ग्रामीणों के लिए सरकार से इंसाफ की मांग को लेकर आक्रोशित हैं। इस बीच सिलगेर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 229 बटालियन का कैम्प तैनात कर दी गई। यह वही इलाका है जहां 2002 के बाद से माओवादियों ने सड़क में गड्ढे और दीवार खड़ा कर आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था। ये सड़क बीजापुर जिले के बासागुड़ा से होते हुए सुकमा जिले के जगरगुंडा को जोड़ती है। अब इस रास्ते को बहाल करने की कवायद सरकार द्वारा की जा रही हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर लहराया तिरंगा
28 जनवरी को सिलगेर में सीआरपीएफ 229 बटालियन की ए/एफ कंपनी की तैनाती की गई। सीआरपीएफ 229 बटालियन का कैम्प खुलने के बाद यहां स्कूल खोलने की कवायद की गई और फिर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी फहराया गया। यहां कभी झंडा फहराने को लेकर माओवादियों ने आश्रम भवन को ही बम से उड़ा दिया था।

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