रायपुर। छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भारी बारिश और गरज चमक के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है। कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछले 15 दिनों से प्रदेश में मानसून एक्टिव है। लगभग हर इलाके में अच्छी बारिश हो रही है। इससे पहले मंगलवार को 15 जगहों पर भारी बारिश और 3 जगहों पर बहुत भारी बारिश दर्ज की गई, जिसमें सबसे ज्यादा बालोद में ही 16 सेंटीमीटर बारिश हुई।
बालोद में अब तक 595.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. जबकि इस समय का औसत 421.6 मिलीमीटर है। बालोद में लगातार बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन गए हैं। नदी नाले उफान पर है। दर्जनभर स्कूलों में पानी भर गया है। कई जगह बस स्टैंड स्वीमिंग पूल बन गए हैं, निचली बस्तियों में पानी भर गया है। तीन दिन की बारिश में 2 लोगों की मौत हो गई। 3 साल का बच्चा नाले में बह गया, जिसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
दुर्ग जिले में लगातार बारिश से शिवनाथ नदी उफान पर है। महमरा एनीकट के 10 फीट ऊपर पानी बह रहा है। नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र झोला, भोथली, रूदा, खाड़ा, चंगोरी, थनौद, पीसेगांव, महमरा, पुलगांव, कोसमी, मोहलई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, पीपरछेड़ी, झेंझरी, हटगांव, गनियारी, सहगांव पर जिला प्रशासन अपनी नजर बनाए हुए हैं। बारिश से तांदुला जलाशय में 40 प्रतिशत, खरखरा जलाशय में 43 प्रतिशत, खपरी जलाशय में 42 प्रतिशत और गोंदली जलाशय में 22 प्रतिशत जलभराव हो चुका है।
बस्तर, रायपुर और दुर्ग संभाग में तापमान सामान्य से कम रहा. बाकी के संभाग में तापमान सामान्य से ज्यादा रहा. प्रदेश में सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस मुंगेली में दर्ज किया गया. नारायणपुर में 20.3 डिग्री सेल्सियस सबसे कम तापमान पूरे प्रदेश में दर्ज किया गया।