रायगढ़. निगम प्रशासन द्वारा नई सुविधा की सौगात दिए है। निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में रहने वाले लोगों के घरों के सामने क्यूआर कोड लगेगा, जिसका स्कैनिंग कर प्रॉपर्टी टैक्स, वॉटर टैक्स एवं यूजर चार्ज का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकेगा। यह सुविधा छत्तीसगढ़ के गिने चुने जिले में आरंभ हुआ है। जिसमें राजधानी, न्यायधानी बिलासपुर के बाद कला संस्कार धानी नगरी रायगढ़ शामिल है।
निगम नगर प्रशासन ने शहर के 24 हजार से अधिक लोगो से सम्पति कर वसूली करती है जिसमे हर साल 10 से 11 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य रहता हैं। जिसमे हर साल 80 फीसद राजस्व कर निगम के झोली में आता है। ऐसे में रायगढ़ में आयुक्त सुनील कुमार चंद्रवंशी की पहल पर स्मार्ट सिटी की तर्ज पर रायगढ़ नगर निगम में भी डोर टू डोर क्यू आर कोड सुविधा की शुरुआत होने जा रही है।
रायपुर की सॉफ्टवेयर कंपनी एंटिट द्वारा ऑनलाइन संपत्ति कर, समेकित कर, जलकर एवं यूजर चार्ज भुगतान की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी तथा प्रशिक्षण भी दिए है। प्रशिक्षकों ने बताया कि निगम अंतर्गत निवासरत सभी के मकान के सामने स्मार्ट सिटी की तर्ज पर एक क्यू आर कोड लगेगा, जिसमें मकान नंबर के साथ उसकी लंबाई चौड़ाई, निर्माण की स्थिति सहित संपत्ति कर, जलकर, यूजर चार्ज के भुगतान संबंधित पूरी जानकारी रहेगी। सुविधा की शुरुआत होने के बाद लोगों को निगम कार्यालय में टैक्स जमा करने के लिए आने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने घरों में लगे क्यूआर कोड को स्कैनिंग कर सीधे तौर पर भुगतान कर सकेंगे। इसमें टैक्स कलेक्शन में लगे राजस्व विभाग सहायक राजस्व कर निरीक्षक को भी टैक्स गणना एवं लेने में आसानी होगी।इतना ही नहीं टैक्स जमा करने के लिए या अन्य निगम प्रशासन द्वारा जारी नोटिस भी ऑनलाइन फीड भी किया जाएगा, जो क्यू आर स्कैनिंग पर प्रदर्शित होगी। यह सुविधा एचडीएफसी बैंक के सीएसआर मद से निगम को उपलब्ध कराई जा रही है। जबकि सॉफ्टवेयर को चलाने एवं सॉफ्टवेयर को मेंटेनेंस करने की सुविधा कंपनी द्वारा निगम प्रशासन को निशुल्क दी जाएगी।
राजधानी, न्यायधानी के बाद संस्कार धानी में शुरुआत
आधुनिकता के चरण में यह योजना के तहत पूर्व रायपुर एवं बिलासपुर नगर निगम में यह सुविधा शुरू हो चुकी है। इसके बाद आने वाले कुछ ही महीना में रायगढ़ नगर निगम में डोर टू डोर क्यू आर कोड सुविधा लोगों को मिलने लगेगी। इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है। इसके लिए पूर्व में नगर निगम के सभी 48 वार्डो का सर्वे कराया गया था, जिसका कंप्यूटरकृत डाटा तैयार कर लिया गया है।
हर साल बढ़ रहे है संपत्ति कर दाता
ऑनलाइन एवं क्यू आर कोड के माध्यम से टैक्स जमा होने की सुविधा शुरू होने पर टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी भी होगी। वर्तमान में मैन्युअल पद्धति से टैक्स कलेक्शन के दौरान कर्मचारियों के नहीं मिलने और निगम तक आने में दिक्कत परेशानी होने की भी बातें सामने आती है। क्यूआर कोड के लग जाने से ड्यू डेट में टैक्स भुगतान करने की सुविधा मिलेगी। इधर हर साल निगम के रिकार्ड में सम्पति कर दाताओं में इजाफा हो रहा है।
15 लाख रुपये की हुई बचत
पूर्व में ऑनलाइन टैक्स भुगतान सॉफ्टवेयर संचालन एवं मेंटेनेंस के लिए निगम प्रशासन द्वारा करीब 15 लाख रुपए का टेंडर जारी किया गया था। इस पर निगम कमिश्नर श्री चंद्रवंशी द्वारा रायपुर नगर निगम एवं अन्य नगर निगम में चर्चा की गई और यह सुविधा नगर निगम रायगढ़ में निशुल्क प्रदाय करने हेतु पहल की गई। इस तरह निगम प्रशासन द्वारा ऑनलाइन सुविधा के एवज में खर्च होने वाले 15 लख रुपए की बचत की गई।