रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गौमाता की तस्करी और गौमांस की बिक्री को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, गौमांस की तस्करी न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि यह सनातन धर्म और सामाजिक सद्भाव पर गहरा आघात करता है। ऐसे अपराधियों के लिए छत्तीसगढ़ में कोई जगह नहीं है। वे या तो सुधर जाएं या प्रदेश छोड़ दें।
राजधानी रायपुर के आजाद चौक थाना क्षेत्र के मोमिनपारा में गौमांस बिक्री के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस ने एक मकान में छापा मारा, जहां गौमांस काटने और बेचने का काम चल रहा था। मकान से गौमांस के टुकड़े, तराजू, चाकू और सप्लाई से जुड़े दस्तावेज मिले। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो रेड के दौरान भागने की कोशिश कर रहे थे।
रेड की सूचना पर बड़ी संख्या में गौ सेवक मौके पर पहुंच गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी। वहीं इस मामले में रायपुर SSP डॉ. लाल उम्मेद ने बताया कि गौमांस बिक्री की सूचना पर एक विशेष टीम का गठन किया गया था। रेड के दौरान मकान के तीन कमरों में गौमांस काटने और पैकिंग का काम चल रहा था। पुलिस ने मौके से सप्लाई से जुड़ी जानकारी भी बरामद की है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सीएम विष्णुदेव साय ने स्पष्ट किया कि गौमाता की तस्करी और गौमांस की बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक कानूनी मामला नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आस्था और संस्कृति की रक्षा का विषय है।