रायगढ़। जमीन विवाद को लेकर अपने ही भाई को मौत के घाट उतारने वाले दो आरोपयों को धर्मजयगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के सिसिरिंगा में दो लोगों के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिससे पहले भी कई बार इनके बीच मारपीट की घटना हो चुकी है। इस दौरान गुरुवार को आरोपी दशरथ राठिया पिता अमर साय राठिया (55 वर्ष) और मृतक बलराम राठिया पिता लगन साय राठिया (60 वर्ष) के बीच घर में विवाद हुआ था, जिससे समझाईश के बाद मामला शांत हो गया, लेकिन दशरथ राठिया रंजिश रखते हुए हत्या की नीयत से उसकी तलाश कर रहा था। गुरुवार रात करीब 9 बजे भारतमाला रोड के पास बलराम राठिया अकेला मिल गया, जिससे दशरथ राठिया ने डंडे से उस पर प्राणघातक हमला करते हुए जमकर पिटाई कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या की राज छिपाने के लिए उसने धरमजयगढ़-कापू रोड किनारे मांड नदी में उसकी लाश को फेक कर वापस अपने घर चला गया। जब रात में मृतक बलराम राठिया घर नहीं पहुंचा तो शुक्रवार सुबह से ही उसके परिजन खोजबीन करने लगे। शाम करीब चार बजे अन्य ग्रामीणों से पता चला कि एक लाश मांड नदी किनारे पड़ी है। जिससे तत्काल धरमजयगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को पानी से बाहर निकाल कर शिनाख्त कराया गया। साथ ही परिजनों से पूछताछ करने पर पता चला कि जमीन को लेकन इन दोनों में हमेशा विवाद होते रहता था। पुलिस ने आरोपी दशरथ राठिया को हिरासत में लेते हुए पूछताछ किया तो उसने अपना अपराध स्वीकार किया है। पुलिस ने हत्या का अपराध दर्ज किया है। साथ ही पुलिस ने मर्ग कायम कर देर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
चचेरे भाईयों पर हत्या का संदेह
बताया जा रहा है कि मृतक बलराम राठिया का अपने चचेरे भाई कार्तिक राठिया और दशरथ राठिया के साथ जमीन संबंधी विवाद चला आ रहा है। बलराम राठिया किसी जमीन को अपने नाम करने की बात कह रहा था संभवतः इसी वजह से दोनों भाईयों ने मिलकर बलराम की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया होगा।