0 हनी ट्रैप के जरिए मर्दों को फांसकर लाखों की करते थे वसूली
बलौदाबाजार। चर्चित हनी ट्रैपिंग मामले में एक और महिला आरोपी हीराकली चतुर्वेदी की गिरफ्तारी हुई है। वह बीते 6 माह से फरार थी। यह कथित गिरोह शहर के धनाढ्य लोगो को हनी ट्रैपिंग के जाल में फंसाकर भयादोहन किया करता था। इस मामले में अब तक 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और इनमें पुलिस के प्रधान आरक्षक, वकील, नेता और पत्रकार शामिल हैं।
बलौदाबाजार पुलिस ने बताया कि शहर एवं आसपास के लोगों को महिला संबंधी अपराध में फंसाने एवं लोक-लाज का भय दिखाकर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली करने संबंधी मामले में थाना सिटी कोतवाली में कुल 05 अपराध दर्ज किया गया है। प्रकरण में पूर्व में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ पर, प्रकरण में संलिप्तता तथा परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर दर्ज मामलों में आरोपिया हीराकली चतुर्वेदी, उम्र 35 साल, निवासी ग्राम सोनाडीह, पुलिस चौकी करहीबाजार, थाना सिटी कोतवाली को विधिवत ढंग से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया।
धनाढ्य लोगों को फंसाता था यह गिरोह
इस गिरोह द्वारा बहुत ही सुनियोजित तरीके से बलौदाबाजार शहर एवं आसपास के धनाढ्य एवं विभिन्न शासकीय एवं प्राइवेट सेवाओं से सेवानिवृत्त हुए लोगों को अपने झांसे में लिया जाता था तथा उन्हें ब्लैकमेल कर लाखों रुपए की मोटी रकम वसूली की जाती थी। यह गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से अपने काम को अंजाम देता था तथा गिरोह के सभी सदस्यों के मध्य काम का बंटवारा करते हुए सभी सदस्य अपनी अलग-अलग भूमिका निभाते थे।
प्रधान आरक्षक भी हुआ गिरफ्तार
बता दें कि, इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल मामले में सरगना शिरीष पांडे की गिरफ्तारी के बाद सायबर सेल ने विभाग में ही पदस्थ प्रधान आरक्षक अंजोर दास मांझी को गिरफ्तार किया था। इस घिनौने काम में अंजोर दास मांझी कि संलिप्तता के बाद शिरीष पांडे की पुलिस को काफी दिनों से तलाश थी। बाद में उसे माना कैम्प से गिरफ्तार किया गया।