Home » प्राचार्य चंद्रवंशी ने शिक्षा के क्षेत्र में पेश की मिसाल, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया नाम
छत्तीसगढ़

प्राचार्य चंद्रवंशी ने शिक्षा के क्षेत्र में पेश की मिसाल, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया नाम

कबीरधाम।  कबीरधाम जिले के कवर्धा ब्लॉक अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल छिरहा में प्राचार्य के रमेश कुमार चंद्रवंशी ने शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल पेश करते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उनका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। यह रिकॉर्ड मोस्ट मास्टर डिग्री अर्नड फ्रॉम वन यूनिवर्सिटी अर्थात एक ही विश्वविद्यालय से अर्जित सर्वाधिक मास्टर डिग्रियां टाइटल से दर्ज किया गया है। सभी बारह विषयों में मास्टर डिग्रियां पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर से ही प्राप्त किए हैं।

रायपुर के माना में आयोजित कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई ने रमेश कुमार चंद्रवंशी को विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र प्रदान किया। अपने सीखने की प्रवृत्ति को सतत बनाये रखते हुए विश्वविद्यालय अध्ययन शाला से सन 1996 में एमएससी गणित विषय से प्रावीण्य सूची में पांचवा स्थान प्राप्त करने किया था।

चंद्रवंशी ने सन 2005 में विभागीय चयन प्रक्रिया के आधार पर शासकीय शिक्षा महाविद्यालय रायपुर से नियमित छात्र के रूप में जनभागीदारी विद्यालयों के संगठनात्मक वातावरण, उपलब्ध सुविधाओं एवं समस्याओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन विषय पर लघु शोध कार्य पूर्ण करते हुए प्रथम श्रेणी में मास्टर ऑफ एजुकेशन की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने सन 2004 में राजनीति विज्ञान, 2007 में अर्थशास्त्र, 2009 में इतिहास, 2011 में हिन्दी साहित्य, 2013 में समाजशास्त्र, 2015 में लोक प्रशासन, 2017 में भूगोल, 2019 में दर्शनशास्त्र, 2021 में प्राचीन भारतीय इतिहास एवं वर्तमान वर्ष 2023 में भाषा विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त की।

0 12 विषयों में मास्टर डिग्री पूरी करने में लगे 28 वर्ष 
रमेश कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि सन 1996 में पहले मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद 2023 तक बारह विषयों में मास्टर डिग्री पूरी करने के लिए 28 साल अर्थात लगभग तीन दशक का समय लगा। इस दौरान कई बार विषम परिस्थिति व समस्याएं आने के बाद भी धैर्यपूर्वक परीक्षा में शामिल हुए। बहुमुखी प्रतिभा के धनी चंद्रवंशी ने डाइट अर्थात जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में गणित व्याख्याता के पद पर सन 2008 से 2012 तक चार वर्ष की निर्धारित प्रतिनियुक्ति अवधि में सफलतापूर्वक सेवा देकर गणित विषय मे अपना विशिष्ट पहचान बनाने के साथ ही रिसोर्स पर्सन के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान करते रहे हैं। मैनेजमेंट के क्षेत्र में देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईएम लखनऊ से पर्सनल ग्रोथ थ्रो सेल्फ एक्सप्लोरेशन विषय तथा एनसीईआरटी के अंतर्गत क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान श्यामला हिल्स भोपाल से गणित में ‘की रिसोर्स पर्सन्स’ में प्रशिक्षित हैं।