रायपुर। पुलिस की गिरफ्त में आए झारखंड के कुख्यात अपराधी अमन साहू गैंग के मंयक सिंह को पिस्टल बेचने वाले मध्य प्रदेश के 21 वर्षीय राजवीर सिंह चावला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि राजवीर स्वयं पिस्टल बनाकर खरीद-ब्रिकी का काम करता रहा है। राजवीर मूलत: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के वरला थानाक्षेत्र के ग्राम उमेट, सेंधवा का रहने वाला है।
इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर मोंटू सिंह के नाम से फर्जी आइडी बनाकर वह अपराधियों से संपर्क में रहता था और हथियार बेचने के लिए वॉट्सएप कालिंग पर बात करके सौदेबाजी तय करता था। यही नहीं पुलिस को धोखे में रखने के लिए वह विदेशी वॉट्सएप नंबर अजरबेजान +994 और पुर्तगाल +351 का उपयोग करता था।
कुछ दिन पहले मंयक ने फेसबुक पर राजवीर से संपर्क करके शूटर रोहित स्वर्णकार को पिस्टल देने को कहा था। एडिशनल एसपी क्राइम संदीप मित्तल ने बताया कि रायपुर के एक ठेकेदार की हत्या की योजना बनाकर पिछले दिनों पहुंचे अमन साहू गैंग के चार अपराधियों रोहित स्वर्णकार, मुकेश कुमार, देवेंद्र सिंह और पप्पू सिंह उर्फ पप्सा की गिरफ्तारी की गई थी।
इनके पास से एक पिस्टल बरामद किया गया था।इन आरोपितों को रिमांड पर लेकर गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ली गई। रोहित स्वर्णकार से पिस्टल के बारे में पूछने पर मध्यप्रदेश के सेंधवा से राजवीर सिंह से खरीदकर लाना बताया। इसके आधार पर राजवीर का लोकेशन बड़वानी जिले में ट्रेसआउट होते ही विशेष टीम उसे दबोचने रवाना की गई।
आखिरकार बड़वानी पुलिस की सहायता से राजवीर को दबोच लिया गया। उसके पास से मोबाइल व नकद बरामद कर पुलिस ने पूछताछ की तो उसने पिस्टल बनाने और हथियारों की खरीदी-बिक्री का काम करना बताया।
फेसबुक पर फोटो अपलोड कर करता था सौदेबाजी
अपराधियों को पिस्टल बेचने के लिए राजवीर फेसबुक का इस्तेमाल करता था। फेंक फेसबुक आइडी पर वह पिस्टल बनाकर उसकी फोटो अपलोड कर देता था। हथियारों की फोटो देखकर देशभर के अपराधी राजवीर से फेसबुक पर संपर्क करते थे फिर वह व्हाट्सअप कालिंग पर सौदेबाजी कर हथियार की डिलेवरी करने बड़वानी या आसपास जिले में बुलाता था। मयंक सिंह के कहने पर ही राजवीर ने शूटर रोहित स्वर्णकार को पिस्टल बेची थी।