रायपुर। पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) का असर खत्म होने के बाद उत्तर छत्तीसगढ़ के जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। सरगुजा संभाग में शीतलहर है। मैनपाट में रात का पारा 1.2 डिग्री चला गया है, जिससे यहां ओस की बूंदें जमने लगी है। पेंड्रा में घना कोहरा छाया है। मैदानी इलाकों में दुर्ग संभाग सबसे ठंडा है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों तक रात के तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। अंबिकापुर में 24 घंटे में ही न्यूनतम तापमान करीब चार डिग्री तक गिरा है। यहां रात का पारा 9.4 डिग्री से गिरकर 5.6 डिग्री पहुंच गया।
सरगुजा संभाग के जिलों में कोहरा
सरगुजा संभाग के जिलों में कोहरा छाने से दिन में भी ठंड बढ़ गई है। बुधवार सुबह 9 बजे तक यहां कोहरा रहने से विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रही। दिन में भी लाइट जलाकर वाहन चलाना पड़ रहा है। दिन में धूप निकलने के बाद भी ठंड से राहत नहीं मिली। सर्द हवाओं के कारण धूप का असर कम रहा। जिसके कारण सरगुजा संभाग के अन्य जिलों में अधिकतम तापमान 23 डिग्री से ऊपर नहीं चढ़ा।
रायपुर में ऐसा रहा मौसम
बुधवार को यहां दिन का तापमान 26.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री रहा। माना एयरपोर्ट की तरफ न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो औसत से 2.4 डिग्री कम था। शहर के अंदरूनी इलाकों के मुकाबले आउटर में ठंड ज्यादा रही।
दुर्ग में रात का पारा 5.5 डिग्री कम
छत्तीसगढ़ में मैदानी इलाकों दुर्ग संभाग सबसे ठंडा है। बुधवार को दुर्ग में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 5.5 डिग्री कम था। दुर्ग जिले में शीतलहर जैसी स्थिति बनी हुई है। हालांकि दिन का तापमान 27 डिग्री बना हुआ है। राजनांदगांव में भी दिन का तापमान 27 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।