कांकेर । शासन की महत्वाकांक्षी पेयजल योजना जलजीवन मिशन की जिले में भौतिक प्रगति की समीक्षा करने कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने गुरुवार को जिला स्तरीय समिति की बैठक ली।
बैठक में उन्होंने योजनांतर्गत अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं करने वाले ठेकेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही एक सप्ताह के भीतर सभी अप्रारंभ कार्यों को प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सदस्य सचिव को 8 दिसम्बर को ही कोयलीबेड़ा क्षेत्र का स्थल निरीक्षण कर प्रगति से अवगत होकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में दोपहर 12.30 बजे आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मिशन के तहत सबसे ज्यादा लंबित निर्माण कार्य कोयलीबेड़ा क्षेत्र में है, जबकि पेयजल की सर्वाधिक मांग इसी क्षेत्र के लोगों से आती है। उन्होंने कार्यपालन अभियंता को कल 8 दिसम्बर को कोयलीबेड़ा एवं अंतागढ़ क्षेत्र का सघन निरीक्षण कर मौके का मुआयना करने प्रतिवेदन प्रस्तुत करने तथा काफी समय से निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं करने वाले ठेकेदारों को तत्काल नोटिस जारी करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही यह साफ तौर पर कहा गया कि नोटिस के बाद भी यदि ठेेकेदार के द्वारा कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता तो उनका कार्यादेश निरस्त किया जाए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि अगले सप्ताह से सभी विकासखण्डों में पेयजल योजनाओं के स्पॉट पर हर हाल में काम दिखना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने पूर्ण हो चुकी सभी योजनाओं का स्थानीय स्तर पर सत्यापन कर मिशन की साइट पर तत्काल जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए। बैठक में उपस्थित सहायक अभियंता क्रेडा सहित सभी सहायक अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारियों को मौके पर उपस्थित होकर कार्य प्रारम्भ कराने और कार्य की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध सख्ती से कार्रवाई करने के भी निर्देश कलेक्टर ने दिए।