बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा हैं। जहां पर कुत्तों के काटने की घटना लगातार सामने आ रही थी। ये पागल कुत्ते लगातार मासूम और बुजुर्गों को शिकार बना रहे हैं। शिकायत के बाद नगर निगम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर शहरभर के आवारा कुत्तों को पकड़कर उन्हें डॉग शेल्टर में शिफ्ट कर रही हैं।
दरअसल तोरवा क्षेत्र के देवरीखुर्द, लालखदान, सफेद खदान जैसे इलाकों में पागल कुत्ते की दहशत बनी हुई है। पागल कुत्तों ने 8 मासूमों समेत 40 से ज्यादा लोगो को काटा है। इनमें 3 मासूमों की हालत गंभीर है। मासूम बच्चों के हाथ पैर और सिर पर काटने के निशान विचलित कर देंगे। सभी घायलों का सिम्स हॉस्पिटल और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा हैं, वहीं पागल कुत्तों के काटने की लगातार मिल रही शिकायत को लेकर के नगर निगम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर शहरभर के आवारा कुत्तों को पकड़कर डॉग शेल्टर में शिफ्ट कर रही हैं।
40 से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा
गौरतलब है कि बिलासपुर में पागल और आवारा कुत्तों ने नाक में दम कर दिया है। कुत्तों के काटने की संख्या ने हर किसी को चिंता करने पर मजबूर कर दिया है। इन आवारा कुत्तों के आतंक का जबरदस्त दहशत बना हुआ है। अब तो लोग अपने घरों से भी निकलने में एक बार पहले सोचने लगे है, यदि बहुत जरुरी काम हो तभी अपने घरों से निकल रहें हैं। हालाकि नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने इस कुत्तों के आतंक की घटना को गंभीरता से लिया हैं और डॉग रेस्क्यू अभियान चलाकर शहरभर के कुत्तों को पकड़ने की कार्यवाही की जा रही हैं।
अस्पताल प्रबंधन अलर्ट
सिम्स के अधीक्षक डॉ. एसके नायक ने बताया कि, लगातार कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में अस्पताल प्रबंधन भी पूरी तरह से सतर्क हो गया है। सीजनल रूप से डॉग बाइट के केस आते है। वर्तमान समय में भी हर उम्र के लोग अपना इलाज कराने पहुंचे हैं। सिम्स में एंटी रेबीज के इंजेक्शन और अन्य आवश्यक दवाइयां उपलब्ध है। ऐसे समय में तत्काल उपचार किया जा रहा है। फिलहाल केस बढ़े है, जिसे लेकर अस्पताल प्रबंधन अलर्ट है।