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छत्तीसगढ़

बेटी को पत्नी बनाकर साथ रखने से था नाराज, दामाद की हत्या कर कुएं में फेंका शव

बलरामपुर। कुसमी थाना क्षेत्र के ग्राम हर्री निवासी लक्ष्मण केरकेट्टा की कुएं में मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। बेटी से विवाह किए बगैर बतौर पत्नी साथ रखने से नाराज मृतक के ससुर फदू तिर्की (55) ने भाई सुखना तिर्की (45) के साथ मिलकर दामाद की हत्या कर दी। शव को कुएं में फेंक दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

विगत 28 जनवरी 2024 को थाना प्रभारी कुसमी निरीक्षक जितेन्द्र जायसवाल क्राइम मीटिंग बलरामपुर में थे। उसी दौरान सूचना मिली कि हर्री के एक कुएं में लाश मिली है। सूचना पर पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी। ग्राम हर्री से लक्ष्मण केरकेट्टा काफी दिनों से लापता था। जांच में शव उसी का निकला। विवेचना के दौरान पाया गया कि फदू तिर्की की बेटी सुमित्रा के साथ 12-13 वर्ष पूर्व लक्ष्मण का प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह बिना विवाह के पति पत्नी की तरह रहने लगे। इस बात को काफी समय बीत गया, लेकिन फंदू राम को आज भी यह बात खटकती रही। मृतक लक्ष्मण अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर बचवार शंकरगढ़ में किराये से रहता था। दोनों के संबंध भी अच्छे थे। वह जिस स्थिति मे शव कुएं में पाया गया, उससे स्पष्ट है कि आरोपी एक से अधिक हैं। मृतक की बहन अमृता के पास फदू का फोन कर पूछना कि लक्ष्मण को हर्री से बचवार भेज दो। फदू कभी भी लक्ष्मण के घर वालों से कभी बात नहीं करता था, यहां भी उसका बात करना संदेह को जन्म दे रहा था।

पाया गया कि करीब 15 दिन पूर्व मृतक ने सास से मारपीट की। तब फदू द्वारा ग्राम कोटवार विजय एवं चंदर के पास लक्ष्मण को समझाने के लिए कहना एवं जब शव कुआं में देखा गया और बगल में खड़े फदू के चचेरे भाई सुखना को देखने के लिए बुलाया तो वह आने के बाद शव को बिना देखे ही चला गया। इसी संदेह के आधार पर फदू राम एवं सुखना को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि फदू ने बताया कि बेटी को लक्ष्मण ने पत्नी बनाकर रखा था। इस दौरान उसके साथ मारपीट करता था। सुखना ने पूछताछ में बताया कि इसके साथ हमेशा लक्ष्मण लड़ाई झगड़ा करता था। करीब साल भर पहले मारपीट किया था। कान से खून भी निकल गया था।

इसी रंजिश पर 23 जनवरी 2024 को जब फदू और सुखना दोनों रात को खाना बना रहे थे। उसी समय करीब 9.30 बजे लक्ष्मण नशे में आकर सुखना के साथ चूल्हा के पास मारपीट करने लगा। इससे नारान फदू ने लकड़ी से लक्ष्मण के छाती में कई बार वार किया सुखना ने टांगी से चेहरे पर वार कर दिया। कुछ देर में लक्ष्मण की मौत हो गई। दोनों भाई ने मिलकर शव को गांव में महेश के कुआं के पास लेकर पहुंचे। रात में ही प्लास्टिक की रस्सी से गले एवं छाती में करीब 10 किलो का पत्थर के साथ बोरा में भरकर कुएं में फेंक दिया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र जायसवाल के साथ उप निरीक्षक बीएन शर्मा, आरक्षक जगमोहन तिर्की, संजय साहू का सराहनीय योगदान रहा।