Home » सेंटर पाइंट होटल के पीछे मिली लाश की गुत्थी सुलझी : बीयर बॉटल के पंजीयन नंबर से पुलिस पहुंचा आरोपी तक, एक महिला समेत तीन आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ बिलासपुर

सेंटर पाइंट होटल के पीछे मिली लाश की गुत्थी सुलझी : बीयर बॉटल के पंजीयन नंबर से पुलिस पहुंचा आरोपी तक, एक महिला समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्रांतर्गत सेंटर पाइंट होटल के पीछे खून से लथपथ मिली लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल एक महिला समेत 3 आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार विवेचना के दौरान घटना स्थल से खून से लथपथ बीयर बॉटल मिला था, इसके पंजीयन नंबर से बिक्री स्थान का पता लगाया गया। बीयर बॉटल व्यापार विहार स्थित शराब दुकान से क्रय करने की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस आरोपी का पता लगाने के लिए शराब दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तो कुछ संदिग्धों की पहचान हुई। संदिग्धों की जानकारी एकत्र करने पर पता चला कि इनके संबंध मृतक दीपक से है। पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
पूछताछ में यह बात सामने आई कि ललीता यादव जो अपने पति को छोड़ चुकी है का संबंध आरोपी दुर्गेश यादव से था, लेकिन दुर्गेश यादव ललीता यादव का किसी और से बातचीत करने व परिचय रखने से नाराज रहता था। अपनी ही मौसेरे भाई दीपक यादव व ललीता के बीच संबंध होने की बात पर कई बार ललीता से झगड़ा भी होता था। दीपक और दुर्गेश यादव के बीच भी इसी बात को लेकर कई बार झगड़ा भी हुआ था। कई दिनों से दुर्गेश और ललीता यादव, दीपक यादव की हत्या करने की योजना बना रहे थे। इसी बीच योजनाबद्ध तरीके से 14 अप्रैल की शाम दीपक यादव को दुर्गेश नूतन चौक पर मिला। दीपक यादव की गाड़ी नूतन चौक में ही रखवाकर दुर्गेश अपने साथ कंपनी की मारूति ब्रेजा में बिठाकर व्यापार विहार ले आया। यहां से अपने एक साथी मनोज यादव को साथ लेकर शराब पिलाने का झांसा दिया और दीपक यादव को साथ लेकर व्यापार विहार शराब दुकान ले गया। यहां से वे बीयर व अन्य सामग्री खरीदे। ब्रेजा गाड़ी में बैठकर तीनों चकरभाठा तरफ गए। सुनसान जगह पर गाड़ी खड़ी कर दुर्गेश यादव व मनोज यादव दोनों ने मिलकर दीपक को शराब पिलाकर उसी बीयर बॉटल व गाड़ी में रखे धारदार पेचकस व घटना स्थल के पास पड़े सेनेटरी पत्थर से वार कर जानलेवा हमला कर दिया और मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों वहां से ब्रेजा कार से फरार हो गए।
घटना को अंजाम देने के बाद दुर्गेश यादव ने इसकी जानकारी अपनी प्रेमिका ललीता यादव को दी। इस तरह तीनों आरोपियों द्वारा एकराय होकर घटना को अंजाम दिया। प्रभारी निरीक्षक बिलासपुर द्वारा संदिग्ध दुर्गेश यादव से पूछताछ की गई तो अपराध स्वीकार नहीं किया। कड़ी पूछताछ व साक्ष्य दिखाए जाने पर आरोपी टूट गए और हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने तीनों आरोपी दुर्गेश यादव निवासी बंधवापारा सरकंडा, मनोज यादव निवासी व्यापार विहार थाना तारबहार व ललीता यादव निवासी अटल आवास नूतन चौक सरकंडा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।