बालोद । मदद के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर लाखों की ठगी करने वाले तीन ठगों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों के कब्जे से 142 नग एटीएम कार्ड, पांच मोबाइल, एक स्वाइप मशीन सहित 25 हजार रुपये नगदी रकम बरामद की है। तीनों आरोपी उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान के रहने वाले हैं। शातिर तीनों ठग लोगों की मदद करने के बहाने से एटीएम कार्ड को बदलकर अपने पास रख लेते थे और दूसरे एटीएम कार्ड को थमा देते थे।
बता दें जिले में कुछ दिनों से मदद के बहाने एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय था। लगातार शिकायत के बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पुरूर बस स्टैंड से तीन ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि तीन लोग पुरूर बस स्टैंड के पास रेकी कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में तीनों ने कई घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है।
एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी भोले-भाले लोगों के एटीएम कार्ड को अपने पास रखकर उसमें से पैसे निकाल लेते थे। तीनों आरोपी बालोद सहित कवर्धा, सुकमा, राजनांदगांव, सरगुजा, कोरबा, दुर्ग बेमेतरा सहित अन्य जिलों में भी इसी तरह से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे।
0 ऐसे देते थे घटना को अंजाम
आरोपी जसप्रीत सिंह गुजराल 42 वर्ष अपर्णा अपार्टमेंट मौजा सुनारी थाना सिकंदरा जिला आगरा उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। पहले इसने यूट्यूब से एटीएम फ्रॉड का तरीका सीखा। इसके बाद साथी के साथ घटना को अंजाम देने लगा।
आरोपी राजा वर्मा 39 वर्ष द्वारका नगर वार्ड जबलपुर मध्यप्रदेश का रहने वाला है। साथी जसप्रीत के साथ रेंकी करता। पहली बार एटीएम उपयोग करने वाले लोगों पर नजर रखता था और मौका मिलते ही मदद के बहाने एटीएम का पासवर्ड जान एटीएम बदल लेता था।
आरोपी शंकर सिंह चौहान 37 वर्ष थाना कोतवाली धौलपुर राजस्थान का रहने वाला है। ये मोटरसायकल चालक है। तीनों शातिर बाइक में साथ जाते थे। जहां मौका मिलता वहां जसप्रीत व राजा मोटरसायकल रूकवाकर एटीएम में घुस जाते थे। एटीएम बदलने में सफलता मिलते ही तीनों फरार हो जाते थे। शंकर पुलिस पर भी नजर रखता था। कोई पुलिस वाला दिखने पर साथी को तुरंत सूचना देता और तीनों भाग जाते।