जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 8 लाख रुपए की इनामी महिला समेत 3 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। ये सभी नक्सली पुलिस के पुना नर्काेम अभियान से प्रभावित होकर हिंसा का रास्ता छोड़े हैं। अब पुलिस के सामने हथियार डालकर विकास का साथ देने की बात कही है। ये तीनों नक्सली पिछले कई सालों से माओवाद संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे। कई वारदातों में भी शामिल रहे हैं। इनसे पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं।
दरअसल, हार्डकोर महिला नक्सली कमली उर्फ कमला नक्सलियों की बटालियन सदस्य है। ये पिछले कई सालों से माओवाद संगठन से जुड़कर काम कर रही थी। सुकमा और बीजापुर जिले के सरहदी इलाकों में सक्रिय थी। पुलिस अफसरों ने बताया कि, महिला नक्सली साल 2018 तक नगाराम एलएसओ के साथ थी। फिर साल 2018 में बटालियन प्लाटून कमांडर सनवती की गार्ड के रूप में काम की। फिर साल 2022 तक बटालियन सदस्य कंपनी नंबर 2 प्लाटून नंबर 1 में सेक्शन बी की सदस्य थी।
इसके अलावा सरेंडर नक्सली देवा और सन्नू भी कई सालों से संगठन के साथ जुड़कर काम कर रहे थे। इनमें देवा पूर्व बटालियन कंपनी का सदस्य है तो वहीं सन्नू व डीएकेएमएस सदस्य है। यह दोनों भी जगरगुंडा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस पार्टी पर हमला करने, रेकी करना समेत अन्य वारदातों में शामिल रहे हैं। पुलिस इन तीनों माओवादियों के सरेंडर को अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है। पुलिस अफसरों ने बताया कि, तीनों नक्सली बड़े लीडरों के साथ काम कर चुके हैं। पूछताछ में कई खुलासे भी हो सकते हैं।