कोरिया। छत्तीसगढ़ में तीन दिन पहले एक बाघ की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रदेश भर तरह तरह की चर्चा के साथ वन्य जीव प्रेमियों में नाराजगी भी देखी गई। पीएम रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है की बाघ को जहर देकर मारा गया है।
बता दे की कोरिया जिले के गुरु घसीदास टाइगर रिजर्व क्षेत्र के समीप एक बाघ की मौत हो गई थी। बाघ के नाखून, दांत और मूंछ पूरी तरह से सुरक्षित थे। इसी वजह से सरगुजा के सीसीएफ वी माथेश्वरन ने बाघ के शिकार की संभावना को पहले इंकार कर दिया था। इस संबंध में उनका कहना है की बाघ द्वारा ग्रामीणों के मवेशियों के शिकार के कारण बाघ को जहर देकर मारा गया होगा। पीएम रिपोर्ट आने के बाद फारेस्ट अफसरों ने अपनी निगरानी में बाघ का अंतिम संस्कार किया। बता दे कि दो साल पहले भी इसी क्षेत्र में बाघ को जहर देकर मारा गया था।
4 फरार आरोपी की तलाश जारी
बलौदाबाजार वनमंडल के सोनाखान परिक्षेत्र के अर्जुनी- नवागांव मार्ग में वन विभाग की टीम 2 शिकारी को बंदूक सहित गिरफ्तार किया गया, वहीं 4 फरार आरोपी की खोजबीन जारी है।
जानकारी के अनुसार गश्ती के दौरान अर्जुनी परिक्षेत्र की रात्रि गश्ती टीम द्वारा 9 नवंबर को रात्रि 2.30 बजे अर्जुनी- नवागांव मार्ग में परिक्षेत्र सोनाखान अंतर्गत आने वाले भुसड़ीपाली परिसर के कक्ष कमांक 242 में दो शिकारी आरोपियों को भरमार बंदूक सहित शिकार करने के पूर्व ही गश्ती टीम द्वारा धर दबोचा गया।
उक्त शिकार के आरोपी क्रमशः हृदयलाल बिलाईगढ़ एवं इंदल महासमुन्द को वन अमलों द्वारा मौके पर पकड़ लिया गया। उक्त व्यक्तियों के पास से वाहन मोटर सायकल एवं भरमार बंदूक गोली बारूद भरा हुआ और 01 नग टार्च भी जब्त किया गया। इसके साथ ही अन्य 4 आरोपी जिनके नाम क्रमशः अनिल कुमार बिंझवार बिलाईगढ़, भोजप्रकाश बिलाईगढ़, जीवन लाल बिलाईगढ़, उपनाम यादव महासमुंद के निवासी हैं, जो फरार हैं।
उक्त रात्रि गश्ती टीम में परिक्षेत्र अर्जुनी के हरिराम साहू वनपाल, सुशील कुमार पैंकरा वनरक्षक, मुकुल बघेल वनरक्षक एवं अन्य सुरक्षा श्रमिक शामिल थे। उप वनमंडलाधिकारी कसडोल, परिक्षेत्र अधिकारी सोनाखान,परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी एवं वन कर्मचारियों की संयुक्त टीम शामिल थी।