बलौदाबाजार। नाबालिग लड़की का अपहरण कर रेप की घटना को अंजाम देने वाले दोषी को बलौदाबाजार जिला कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी की मां को भी रेप की घटना में सहयोग करने का दोषी पाया गया है। उसे भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। मामला लवन थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार मनोज राजपूत (18) नाम के युवक ने नाबालिग लड़की से इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती की और फिर उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। मनोज उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के ग्राम नगला खिमानी का रहने वाला है, उसने लड़की को बहला-फुसलाकर वहीं बुलाया। मनोज की मां काजल राजपूत (45) ने भी नाबालिग से फोन पर बात की और अपने साथ घर के जेवर और पैसा लाने के लिए कहा।
नाबालिग दोनों के बातों की झांसे में आ गई और घर में रखे सोने-चांदी के जेवर और नगद लेकर 4 जुलाई 2023 को पहले रायपुर आई। फिर यहां से बिलासपुर पहुंची। बिलासपुर से ट्रेन में बैठकर लड़की मथुरा पहुंची। यहां युवक और उसकी मां उसे लेकर अपने गांव नगला खिमानी थाना सुन्नगढ़ी यूपी पहुंचे।
अपने घर ले जाकर युवक लगातार नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देता रहा। इस खेल में युवक की मां काजल राजपूत ने भी भी बेटे का भरपूर साथ दिया। इधर पीड़िता के माता-पिता ने थाने में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के बाद 10 जुलाई 2023 को पुलिस आरोपी तक पहुंची। आरोपी मनोज राजपूत को गिरफ्तार कर उसके पास से लड़की को बरामद किया। लवन थाने के सहायक उप निरीक्षक जीवनलाल वर्मा ने कोर्ट में अभियोग पत्र पेश किया।
सरकारी अधिवक्ता समीर अग्रवाल ने बताया कि कोर्ट में 8 गवाहों का बयान दर्ज कराया गया। सुनवाई के दौरान सबूतों के मद्देनजर मनोज राजपूत और उसकी मां काजल राजपूत को नाबालिग के अपहरण और रेप का दोषी पाया गया। कोर्ट ने दोनों को आजीवन कारावास और जुर्माने की सजा सुनाई।
दोषी मनोज राजपूत को धारा 363 में 5 साल और 5 हजार रुपए जुर्माना, धारा 366 में 10 साल और 5 हजार रुपए जुर्माना और धारा 6 पॉक्सो एक्ट में आजीवन कारावास और 10 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई।वहीं दोषी काजल राजपूत को धारा 363 में 5 साल की जेल और 5000 रुपए का जुर्माना, धारा 366 में 10 साल की जेल और 5000 रुपए का जुर्माना और धारा 6 पॉक्सो एक्ट में आजीवन कारावास और 10 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई।