नई दिल्ली। नए साल के पहले दिन बीजेपी के सुधांशु त्रिवेदी ने अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं उसे कभी नहीं करते। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता का संकट है। आम जनता के अंदर विचार है कि केजरीवाल जो कहते हैं उसे पूरा नहीं करते। वहीं बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल गिरगिट की तरह रंग बदलते हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि देश ने 2024 में एक विचित्र संवैधानिक उदाहरण भी देखा। जब जेल में रहकर एक मुख्यमंत्री ने सरकार को चलाया। केजरीवाल से पहले भी कई सीएम जेल गए लेकिन कम से कम लालू प्रसाद यादव ने भी इतनी मर्यादा रखी थी कि पद छोड़ दिया था। 2024 में एक ऐसे विस्मयकारी और विचित्र उदाहरण देखने को मिला कि जेल जाने के बाद भी केजरीवाल ने सीएम पद नहीं छोड़ा।
BJP National Spokesperson Dr. @SudhanshuTrived addresses a press conference at BJP headquarters in New Delhi. https://t.co/2vh6kzGh83
— BJP (@BJP4India) January 1, 2025
केजरीवाल की विचित्रता इतनी विस्मयकारी है जिसे किसी के लिए समझना मुश्किल है। हम याद दिलाना चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी नई राजनीति के विचार के साथ आई थी। आज सबसे बड़ी चुनौती विश्वसनीयता का संकट है। आम जनता के अंदर विचार है कि केजरीवाल जो कहते हैं उसे पूरा नहीं करते। उन्होंने कहा था कि दिल्ली को लटकते हुए तार से मुक्त कर देंगे। 10 साल से अधिक समय तक रहने के बाद भी लटकते तारों की समस्या को वे सुलझा नहीं पाए। बल्कि संपर्क में आने से लोगों की मौत हो गई। पॉल्यूशन फ्री इनवायरमेंट देने की बात कही थी लेकिन आज की जो स्थिति है उसे कहने की जरूरत नहीं है, कूड़े के ढेर को समाप्त करने की भी बात कही थी लेकिन आज की स्थिति जो है कूड़े की ढेर की हाईट बढ़ रही है, कुतुबमीनार के पास कूड़े का ढेर था, ऐसा समाचारों में आया कि 8 मीटर तक बढ़ गई है।
केजरीवाल ने यह भी वादा किया था कि दिल्ली महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाएंगे, और भारत के इतिहास के लिए एकलौता उदाहरण जहां किसी भी सरकार के मुख्यमंत्री आवास में उसी पार्टी की महिला सांसद की पिटाई की गई और आरोप लगा मुख्यमंत्री के ओएसडी पर। पूरे भारत में ऐसा उदाहरण नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मायावती जी के उपर स्टेट गेस्ट हाउस कांड में हमला हुआ था वो समाजवादी पार्टी सरकार ने वो तो विरोधी दल था, यहां तो सत्ताधारी दल की अपनी पार्टी की महिला के साथ, और जो कुछ महिलाओं के साथ अन्य चीजें हो रही है वो किसी से कोई छुपा हुआ नहीं है।