नोएडा। करीब 15 हजार करोड़ के जीएसटी जालसाजी मामले में दिल्ली के तीन अरबपति कारोबारियों को क्राइम रिस्पांस टीम व कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तीनों की पहचान दिल्ली के ईस्ट पंजाबी बाग निवासी संजय ढींगरा, पत्नी कनिका ढींगरा और पुत्र मयंक डिंगरा के रूप में हुई है। तीनों पर 68 करोड़ की जालसाजी का आरोप है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से सात लग्जरी कारें, सात मोबाइल, एक टैबलेट और 1.41 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपियों के खिलाफ सीबीआई और ईडी की तरफ से भी जांच की जा रही है। आरोपी संजय ढींगरा पहले भी जेल जा चुका है।
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी के मुताबिक जीएसटी फ्रॉड मामले की जांच में पता चला कि पंजाबी बाग निवासी कारोबारी परिवार पांच वर्षों से फर्जी तरीके से आईटीसी लेकर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा था। तीनों कारोबारियों ने नौ शेल कंपनियों से 68.15 करोड का आईटीसी का लाभ फर्जी तरीके से प्राप्त किया।
आरोपी फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर फर्जी इन्वॉयस/बिलिंग कर अवैध लाभ कमा रहे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने आईटीसी क्लेम नौ फर्जी कंपनियों के आधार पर प्राप्त किया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक गिरोह के सरगना समेत 41 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
फिल्म अभिनेता से खरीदी मासेराती कार भी जब्त
आरोपियों के पास से मेड इन इटली मासेराती कार भी बरामद हुई। आरोपियों ने बेहद महंगी माने जाने वाली कार एक फिल्म अभिनेता से खरीदी थी। इसके मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू समेत अन्य लग्जरी कारें भी मिली हैं। पुलिस से बचने के लिए आरोपी फरारी के दौरान इन्हीं लग्जरी कारों से ही स्थान बदलते रहते थे। फर्जीवाड़े की रकम से आरोपियों ने प्रापर्टी डीलिंग और रियल एस्टेट का कारोबार भी शुरू किया था। करनाल में तीनों ने करोड़ों रुपये की जमीन खरीदी है। आरोपियों का छतरपुर में फॉर्महाउस भी है।