नई दिल्ली। पूर्व IAS अधिकारी पूजा खेडकर के विवादों में सामने आने के बाद यूपीएससी की ओर से उनकी उम्मीदवारी पहले ही खत्म कर दी गई थी। अब केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए कार्य मुक्त कर दिया है। खेडकर पर धोखाधड़ी समेत कई गंभीर आरोप लगे हैं।
केंद्र सरकार ने पूर्व परिवीक्षाधीन सिविल सेवक पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से बर्खास्त कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि खेडकर पर सेवा में अपना चयन सुनिश्चित करने के लिए धोखाधड़ी करने और गलत तरीके से अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और विकलांगता कोटा लाभ लेने का आरोप लगाया गया है। हालांकि, उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
सूत्रों ने एजेंसी को बताया कि केंद्र सरकार ने 6 सितंबर, 2024 के आदेश के तहत खेडकर को आईएएस (परिवीक्षा) नियम, 1954 के नियम 12 के तहत तत्काल प्रभाव से भारतीय प्रशासनिक सेवा से बर्खास्त कर दिया।
यूपीएससी ने रद्द की थी उम्मीदवारी – इससे पहले संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने 31 जुलाई को उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी थी और उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से रोक दिया था। खेडकर अपने कैडर राज्य महाराष्ट्र में परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी के रूप में कार्यरत थीं।