नई दिल्ली। हमलावरों ने ड्रोन से अदन की खाड़ी में जहाज पर हमला किया। हमला किए जाने पर भारतीय नौसेना से मदद मांगी गई। नौसेना ने एक बयान में बताया कि करीब आधी रात को इमरजेंसी अलर्ट पर आईएनएस विशाखापट्टनम पर तैनात नौसेना अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई की। जहाज पर नौ भारतीय भी सवार थे।
भारतीय नौसेना ने बताया कि आईएनएस विशाखापट्टनम अदन की खाड़ी में मिशन पर तैनात है। बुधवार रात करीब 11.11 बजे समुद्री लुटेरों की तरफ से हमले और ड्रोन से निशाना बनाए जाने की खबर मिली। मार्शल आइलैंड के झंडे वाले इस व्यापारिक जहाज- एमवी जेनको पिकार्डी (MV Genco Picardy) से मदद मांगे जाने पर नौसेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। नौसेना ने बताया कि आईएनएस विशाखापट्टनम मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता रखता है।
नौसेना ने बताया कि अदन की खाड़ी में समुद्री लुटेरों पर नजर रखने की ड्यूटी पर तैनात आईएनएस विशाखापट्टनम मिशन मोड में काम करता है। अदन की खाड़ी में हमले के खतरे से जुड़ी कॉल पर तत्काल जवाब देते हुए नौसेना ने करीब एक घंटे बाद संकट में फंसे व्यापारिक जहाज को खोज निकाला। रात करीब 12.30 बजे व्यापारिक जहाज- एमवी जेनको पिकार्डी को मदद मुहैया कराई गई।
नौसेना ने बताया कि इस पोत पर नौ भारतीय समेत चालक दल के कुल 22 सदस्य सवार थे। हमले का माकूल जवाब दिया गया और जहाज को लुटेरों व हमलावरों से सुरक्षित बचा लिया गया।