नई दिल्ली। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 सम्मेलन में शामिल होने के लिए इटली रवाना हो गए। यह प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल की पहली विदेश यात्रा है। इटली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी जी-7 से इतर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात कर सकते हैं। इटली में 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और गाजा में संघर्ष का मुद्दा छाए रहने की उम्मीद है।
इटली की प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी को किया है बैठक के लिए आमंत्रित
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था कि उन्होंने इटली के मुक्ति दिवस की 79वीं वर्षगांठ पर मेलोनी और इटली के लोगों को बधाई दी। मोदी ने कहा, ‘‘जून में जी7 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। भारत में आयोजित जी20 के परिणामों को जी7 में आगे बढ़ाने पर चर्चा की। दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहरायी।”
क्या है G7?
G7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं। वर्तमान में इटली इसकी अध्यक्षता कर रहा है। जी7 में शामिल देश वर्तमान में वैश्विक GDP का लगभग 45% और दुनिया की 10% से अधिक आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। G-7 को पहले G-8 के नाम से जाता था इसमें रूस भी शामिल था। हालांकि रूस के द्वारा क्रीमिया पर किए गए कब्जे के बाद रूस की सदस्यता खत्म हो गई।
0 इन मुद्दों पर रहेगा फोकस?
जलवायु परिवर्तन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पर्यावरण, खाद्य सुरक्षा , मीडिल ईस्ट और यूक्रेन विवाद , वैश्विक चुनौतियां