नईदिल्ली. संसद सुरक्षा चूक मामले में पांचवां और अंतिम आरोपी पुलिस की गिरफ्त में पहुंच चुका है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार किया है. ललित को इस घटना का मास्टरमाइंड बताया गया है. संसद भवन के बाहर नारेबाजी का वीडियो वो बना रहा था. इसके बाद उसने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया. पुलिस के अनुसार, सभी चारों आरोपियों के मोबाइल फोन ललित के पास थे. ललित मूल रूप से कोलकाता का रहने वाला है. पुलिस के अनुसार, आरोपी ललित झा किसी महेश नाम के शख्स के संग खुद कर्तव्य पथ थाने पहुंचा. यहां पर उसने सरेंडर कर दिया. उसे बाद में नई दिल्ली जिला पुलिस ने स्पेशल सेल के हवाले कर दिया.
ऐसा कहा जा रहा है कि शुक्रवार को पुलिस ललित को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करने वाली है. पुलिस के हत्थे चढ़े अन्य 4 आरोपियों को सात दिन की रिमांड दिल्ली पुलिस को मिल चुकी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, संसद सुरक्षा सेंध मामले का मास्टरमाइंड ललित झा ने पिछले साल कर्नाटक के मैसूर में सागर शर्मा और मनोरंजन से पहली मुलाकात की थी. मनोरंजन मैसूर का है. इन तीनों ने मिलकर अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए संसद में घुसपैठ की योजना तैयार की थी.
इसके बाद 37 वर्षीय नीलम और 25 वर्षीय अमोल भी इसे अंजाम देने के लिए शामिल हो गए. इस मामले में पुलिस चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, संसद तक चार आरोपी आए थे. इस घटना में सागर, मनोरंजन, नीलम और अमोल शिंदे के संग ललित झा भी था. जैसे ही हंगामा हुआ, ललित वहां से निकल गया था. ललित के पास ही इन चारों के मोबाइल फोन भी थे.
इसकी प्लानिंग चार माह पहले से ही चल रही थी. पुलिस सूत्रों की मानें तो ललित झा के कहने पर ही मनोरंजन ने इसी साल मानसून सत्र के दौरान जुलाई में संसद की रेकी की थी. बीते रविवार को सभी ने गुरुग्राम में एक बैठक की थी. यह विशाल शर्मा का घर था. बुधवार की सुबह पांचों संसद भवन के लिए रवाना हो गए. योजना के तहत सागर और मनोरंजन ने नए संसद भवन में प्रवेश किया. यहां पर वे लोकसभा की विजिटर गैलरी में पहुंचे. वहीं दोपहर को करीब 1 बजे सागर ने लोकसभा कक्ष में छलांग लगा दी. यहां पर धुएं की स्टिक छोड़ी. मनोरंजन ने छलांग लगाई. दोनों अपने जूते में धुएं की स्टिक को छिपाए हुए थे.